खलियारी के आस पास के इलाके में तेजी से फल फूल रहा पुड़िया कारोबार।लोग उठा रहे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल।युवा पीढ़ी नशे की पूर्ति हेतु अपराध की तरफ़ तेजी से हो रही आकर्षित
खलियारी। रायपुर थाना क्षेत्र इन दिनों मादक पदार्थों , खासकर पुड़िया के क्रय-विक्रय का हब बनता जा रहा है जिसके चलते छोटी उम्र के बच्चे इसकी जद में आकर चोरी ,छिनैती व सामान्य रूप से मारपीट में क्षेत्र में इजाफा होने लगा है। क्षेत्र में हिरोइन, गांजा, महुआ की शराब, अंग्रेजी शराब ,बीयर सहित अन्य ड्रग्स भी बेचे जाने लगे हैं। सूत्रों की मानें तो इन नम्बर दो के काम को देखने के लिये दो प्राइवेट लोग जिम्मेदार हैं। एक वैनी बाजार की तरफ तो दुसरा खलियारी की तरफ।क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि इन्हें पुलिस प्रशासन से कोई डर नहीं है क्योंकि इनके क्रिया कलाप से लगता है कि इन्हें स्थानीय पुलिस का जैसे संरक्षण मिला हुआ है।अब जब इन्हें पुलिस का ही डर नहीं है तो फिर जनता किससे करे फरियाद ?लोग बाग नशे के शिकार होते अपने बच्चों के भविष्य पर चिंतित अवश्य हैं पर करें क्या यह उनके समझ में नहीं आ रहा।
इस क्षेत्र की पुलिस सक्रियता को आप इस बात से भी समझ सकते हैं कि बिहार बार्डर से गांजा आदि की सप्लाई बाहर के राज्यों में ले जाते हुए इनकी कई बार राबर्ट्सगंज थाना क्षेत्र में पकड़ा जाता है,जबकि बिहार बार्डर से राबर्ट्सगंज के बीच मे रायपुर थाना क्षेत्र होते हुए ही जाना पड़ता है ।यदि रायपुर पुलिस सक्रियता के साथ अपना कार्य करे तो निश्चित तौर पर इस क्षेत्र में मादक पदार्थो की तस्करी पर रोक लग सकती है परन्तु रोक की कौन कहे खलियारी बाजार में इन दिनों पुड़िया के कारोबारी अधिक सक्रिय हैं। आलम यह है कि रामगढ़ क्षेत्र से भी पीने वाले बाइक व टैम्पो से यहां पहुंच रहे हैं ।चूंकि बिहार में शराब की बिक्री पर रोक है इसलिए खलियारी में बिहार बार्डर से नजदीकी बिहार के नशेड़ी खलियारी बाजार तक पहुंच कर गांजा,महुआ की शराब, अंग्रेजी शराब, बीयर सहित ड्रग्स का सेवन कर रहे हैं तथा इनके द्वारा आये दिन विभिन्न प्रकार के अपराधों को भी यहाँ के आस पास के इलाके में अंजाम दिया जाता रहा है।
स्थिति यहां तक आ गयी है कि मादक पदार्थ तो अब मंदिर, अस्पताल, स्कूल के पास भी धड़ल्ले से बेचे जा रहै हैं ,जिसके नशे में फंसकर नवयुवक पीढ़ी पुरी तरह से बर्बाद हो रही है। घर से रुपए न मिलने पर यही युवा चोरी चकारी करने पर मजबूर हो रहे हैं। वैसे तो छोटी बड़ी चोरीयां पहले भी होती थी लेकिन अब इन घटनाओं में इजाफा होने लगा है। अभी 3 अगस्त २०२१ को जयराम पासवान पुत्र दूखी पासवान निवासी सिकरी थाना अधौरा बिहार किसी काम से खलियारी बाजार आए थे लौटते समय तेनूआ मोड़ पर खलियारी के कृष्णा, रोहित, अमित नामक लड़कों ने पांच हजार रुपए का लाकेट व उनकी स्क्रीन टच मोबाइल लूट लिए तथा ब्लेड मारकर भाग निकले। 6 अगस्त २०२१ को खलियारी बाजार में रात्रि लगभग ग्यारह बजे सब्जी ब्यवसाई रंगलाल जायसवाल पुत्र इनरचन जायसवाल के दुकान से रुपए का बाक्स उपरोक्त तीनों लड़कों ने चुरा लिया। सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर पकड़े गए तीनों लड़कों ने कुबूल भी किया लेकिन तीन दिन तक थाने में रखने के बाद पुलिस ने उनका १५१ में चालान कर मामले की इति श्री कर दिया इसके बाद दुसरी घटना १३ अगस्त को बद्दू यादव पुत्र बाबूराम यादव का चार पांच लड़के मिलकर बकरा लेकर भाग रहे थे शोरगुल पर पकड़े गए।१५ अगस्त को शाबीरअली निवासी खलियारी की पैसनप्रो मोटरसाइकिल रात्रि में चोरी हो गई जिसका कोई अता-पता नहीं चल रहा है।
आए दिन किसी का जेब कट जा रहा है तो किसी का सामान चोरी हो जा रही है। लोगों में भय का माहौल व्याप्त हो गया है।एक तरफ कोरोना के चलते स्कूल बंद है तो दूसरी तरफ अविभावकों में अपने बच्चों के भविष्य को लेकर भय व्याप्त है।क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि मादक पदार्थों की बिक्री सहित अन्य अबैध कार्य किसके इशारे पर हो रहा है इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। जब तक इस कार्य को अंजाम दिलवाने वालों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक अबैध धंधे बंद नहीं होंगे। देखना है शासन प्रशासन कितना संवेदनशील है और नशे के बढ़ते कारोबार के कारण उस तरफ तेजी से आकर्षित हो रहे इन बच्चों के बर्बाद होते भविष्य को रोकने की पहल कब और कैसे होगी यह भविष्य के गर्त में है?