साक्षी मलिक ने राष्ट्रमंडल खेलों में इतिहास रच दिया. उन्होंने पहली बार स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है. साक्षी ने फ्री स्टाइल 62 किग्रा वर्ग में कनाडा की एन्ना गोडिनेज गोंजालेज को हराया.
बर्मिंघम : साक्षी मलिक ने राष्ट्रमंडल खेलों में इतिहास रच दिया. उन्होंने पहली बार स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है. साक्षी ने फ्री स्टाइल 62 किग्रा वर्ग में कनाडा की एन्ना गोडिनेज गोंजालेज को हराया. साक्षी ने पहले विपक्षी खिलाड़ी को चित्त कर चार अंक हासिल किए. उसके बाद पिनबॉल से जीत हासिल की. साक्षी इससे पहले राष्ट्रमंडल खेलों में रजत (2014) और कांस्य पदक (2018) जीत चुकी थीं.

साक्षी ने अच्छी शुरुआत की लेकिन थोड़ी सी ढीली पड़ गईं, जिसका फायदा कनाडा की खिलाड़ी ने लिया और साक्षी को टेकडाउन कर दो अंक लिए. यहां साक्षी अपने ही दांव में उलझ गईं और अंक दे बैठीं. कुछ देर बाद साक्षी फिर गोंजालेज के पेंच में फंस गई और फिर टेकडाउन से दो अंक गंवा बैठीं. पहला राउंड कनाडाई खिलाड़ी के नाम रहा है और वह 4-0 से आगे रहीं.

साक्षी ने दूसरे राउंड में आते ही दमदार खेल दिखाया और टेकडाउन से दो अंक लिए और फिर पिन कर गोल्ड जीता. पहले राउंड में साक्षी ने जिस तरह से बैकफुट पर थीं उसे देखकर लग नहीं रहा था कि वह जीत हासिल कर पाएंगी. लेकिन दूसरे राउंड में आते ही उन्होंने अपना दम दिखाया और एना को चित कर कुछ ही सेकेंड्स में बाजी पलट दी.
ये कुछ उसी तरह से था जिस तरह से साक्षी ने रियो ओलिंपिक-2016 में आखिरी समय मे पांच अंकों का दांव लगाते हुए भारत की झोली में कांस्य पदक डाला था. साक्षी ने इस मैच में ही कुछ ऐसा कारनामा किया और कुछ ही सेकेंड्स में हार को पीछे छोड़ जीत हासिल की.