विकलांग प्रमाणपत्र सत्यापन के लिए सीएमओ कार्यालय के बाबू पर पैसा मांगने का लग रहा आरोप

सोनभद्र। आज एक इश्योरेंस कम्पनी के सर्वेयर ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में तैनात बाबू जो विकलांग प्रमाणपत्र के पटल का प्रभारी है, पर प्रमाणपत्र के जारी सर्टिफिकेट के सत्यापन के लिए घूस मांगने का आरोप लगाया।उन्होंने बताया कि मैं इन्श्योरेंस कम्पनी का सर्वेयर हूँ और जब भी किसी एक्सीडेंट में विकलांग हुए किसी बीमित को क्लेम देना होता है तो कम्पनी उसके विकलांग सर्टिफिकेट का सत्यापन कराती है।

उसी औपचारिक की पूर्ति के लिए हम दो सर्टिफिकेट के सत्यापन हेतु पिछले चार महीने से सीएमओ कार्यालय का चक्कर काट रहा हूँ पर सत्यापन लिपिक द्वारा सत्यापन के लिए पैसे की मांग की जा रही है न देने पर मुझे दौड़ाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले अक्टूबर माह से ही सत्यापन के लिए दिए गए प्रार्थना पत्र पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं कि गयी है आज जब मैं पुनः सीएमओ कार्यालय आकर सत्यापन हेतु पूछा तो इनके कार्यालय में तैनात एक संविदा कर्मी द्वारा कहा गया कि सत्यापन का पैसा देंगे तभी तो सत्यापन होगा।उन्होंने बताया कि सत्यापन न हो पाने के कारण बीमा कम्पनी को क्लेम सेटलमेंट में दिक्कत आ रही है और उक्त बाबू द्वारा दौड़ाया जा रहा है ।जब यह बात मीडिया के लोगों को पता चली तो मीडिया कर्मी सीएमओ ऑफिस जाकर पूछ ताछ किया तो पता चला कि उक्त सत्यापन लिपिक का नाम पी के गौतम है और वह एक संविदा कर्मी के सहारे अपना वसूली का खेल खेल रहा है।

मीडियाकर्मियों के पहुँचते ही उक्त संविदा कर्मी तो भाग खड़ा हुआ पर घाघ हो चुके उक्त लिपिक के चेहरे पर कोई शिकन नहीं थी।उक्त लिपिक के पटल पर लगी विकलांगो की भीड़ में से कईयों का कहना था कि हम लोगों को काफी दिनों से दौड़ाया जा रहा है।
