आज भोर में किसी समय मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय के सामने स्थित भवन जो कि स्वास्थ्य विभाग का मुख्य स्टोर था,में आग लगने से नीचे रखे चिकित्सा उपकरण व अन्य सामग्री जलकर राख हो गयी।
यहां यह भी विचारणीय प्रश्न है कि अभी कुछ दिनों पूर्व ही यहां के स्टोर इंचार्ज हटाये गए हैं।
आखिर बार- बार स्वास्थ्य विभाग के स्टोर में आगलगी की घटनाएं सामने क्यों आ रही है ? ऐसा किन वजहों से हो रहा ? इसकी जाँच क्यूं नहीं हो रही ?यह सवाल भी लोगों को परेशान कर रहा है।
अभी कुछ महीने पूर्व ही जिला चिकित्सालय के सामने स्थित अंचल प्रशिक्षण केंद्र की बिल्डिंग के कुछ कमरों में बने स्टोर में भी आग लगने से लाखों का कीमती सामान जलकर राख हो गया था,आग लगने के कारणों की जांच में क्या निकला अभी तक किसी को नहीं पता
नए स्टोर इंचार्ज ने बताया कि अभी फिलहाल हमें चार्ज नहीं मिला है इसलिए यह नहीं बता सकता कि इसमें क्या सामान था ।
सोनभद्र । मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के ठीक सामने पुराने जिला अस्पताल में स्थित केंद्रीय औषधि भंडार के स्टोर रूम में आज भोर में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। आग की चपेट में आने से कमरे में रखे इन्वर्टर की बैटरियों में विस्फोट हो गया। धमाका इतना जोरदार था कि भवन के छतों से छप्पड़ गिरने लगे। हादसे से इलाके में दहशत फैल गई। तेज आवाज सुन व आग की लपटें देख लोग और बगल के पीपीसी प्रसवोत्तर केंद्र में भर्ती मरीजों में हड़कंप मच गया और आस-पास के लोगों के साथ मरीज भी अनहोनी की आशंका से बाहर निकल गए। वहीं आगजनी की सुचना पाकर मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
![](https://www.vindhyaleader.com/wp-content/uploads/2023/11/20231125_0900227545131661248748762-1024x768.jpg)
उल्लेखनीय हैं कि रॉबर्ट्सगंज स्थित पुराने जिला अस्पताल भवन में केंद्रीय औषधि भंडार संचालित होता है। आज भोर में करीब 3.30 बजे स्टोर रूम के भीतर संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। वहीं केंद्रीय औषधि भंडार परिसर में स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती मरीजों ने स्टोर से आग की लपटें उठती देख इसकी सुचना पीपीसी प्रसवोत्तर केंद्र में कार्यरत एएनएम को दी जब तक एएनएम कुछ कुछ समझ पाती, आग ने विकराल रूप ले लिया। इससे आग तेजी से फैल गई और कमरे में रखे बैटरियाँ गर्म होकर फट गए। उसने फौरन इसकी सूचना विभागीय अधिकारियों व अग्निशमन विभाग को दी।
दमकल कर्मियों की तत्परता से टला बड़ा हादसा –
केंद्रीय औषधि भंडार के ठीक बगल में पीपीसी मॉडल प्रसवोत्तर केंद्र संचालित होता है जबकि बगल में पुराने जिला अस्पताल में परिसर में विभागीय कर्मचारियों के आवास हैं। आगजनी के बाद स्टोर में रखे इन्वर्टर की बैटरियों में विस्फोट होने लगा। वहीं गनीमत रही कि फायर ब्रिगेड तत्काल मौके पर पहुंच गई। दमकल कर्मियों की सूझबूझ व तत्परता से आग पर छह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया और बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
![](https://www.vindhyaleader.com/wp-content/uploads/2023/11/20231125_0900293239522224322373143-1024x768.jpg)
मौके पर पहुंचे अधिकारी –
हादसे की सुचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। सीएमओ डॉ० अश्वनी कुमार सुबह 4 बजे ही बाइक से ही मौके पर पहुँच गए। इसी के साथ एसीएमओ डॉ० आर०जी०यादव, स्टोर इंचार्ज महेंद्र दुबे, प्रयाग सिंह, मलेरिया निरीक्षक पी0के0 सिंह व अग्निशमन विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए।
“औषधि भंडार में नुकसान का आकलन किया जा रहा है। प्रथम दृष्टया घटना बिजली की शार्ट सर्किट की वजह से होने की बात पता चली है। मामले की जाँच के लिए एसीएमओ, एएफओ और फार्मासिस्ट की तीन सदस्यी टीम गठित की गयी है, जाँच में जो भी दोषी पाया जायेगा उस पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।” सीएमओ डॉ० अश्वनी कुमारस्टोर में आग कैसे लगी फिलहाल अभी यह पता नहीं चल सका है।