मध्य प्रदेश के मुरैना में सहारा इंडिया कंपनी व उसकी सहयोगी चिटफंड कंपनियों ने पैसे डबल करने का लालच देकर निवेशकों के करोड़ों रुपए जमा करा लिये, लेकिन परिपक्वता अवधि समाप्त होने के बाद भी कंपनियों ने राशि नहीं लौटाई. इस मामले में सुब्रत रॉय और उनकी पत्नी सहित 9 लोग आरोपी बनाए गए हैं. सबलगढ़ थाने में सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है.
मुरैना । सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय की मुसीबतें बढ़ गई हैं. सबलगढ़ थाने में सुब्रत रॉय, उनकी पत्नी सहित 9 नामजद लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज हुआ है. सहारा इंडिया कंपनी व उसकी सहयोगी चिटफंड कंपनियों में मुरैना के सबलगढ़ में 42 से अधिक एजेंटों के जरिए 21.83 करोड़ रुपये की राशि जमा कराई. लेकिन परिपक्वता की अवधि पूरी होने के बाद भी कंपनी ने उनकी रकम 44.89 करोड़ रुपये (ब्याज सहित) नहीं लौटाई.
लोगों ने मुरैना एसपी को दिया शिकायती आवेदन
पैसा दोगुना करने का किया था वायदा: फरियादी ओमप्रकाश गुप्ता निवासी जीन फील्ड ने बताया कि, कंपनियों ने एजेंटों के माध्यम से 2007 से 2022 तक 21 करोड़ से अधिक रकम जमा करवाई. इस दौरान पैसा दोगुना करने का लालच दिया गया, लेकिन रकम की तारीख पूरी होने पर इसे लौटाने के बजाय कंपनी के अधिकारी इसे दूसरी कंपनियों में इन्वेस्ट करने का दबाव बनाने लगे. इस दौरान कंपनी ने अपना कैलारस, सबलगढ़ और मुरैना का कार्यालय भी बंद कर दिया. अब रुपए जमा करने वाले लोग परेशान हो रहे हैं.
शिकायत लेकर मुरैना एसपी कार्यालय गए फरियादी: ओमप्रकाश ने कहा, ‘हम लोग कई बार सबलगढ़ से लेकर मुरैना एसपी कार्यालय तक गए हैं और कार्रवाई की मांग को लेकर आवेदन भी दे चुके हैं.’ वहीं, पुलिस इस मामले में जांच कर रही है. यह पहला मामला नहीं है जब सहारा समूह प्रमुख के खिलाफ केस दर्ज हुआ हो, इससे पहले जबलपुर में निवेशकों की राशि नहीं लौटाने पर प्रकरण दर्ज हुआ था.