सोनभद्र । शक्तिनगर विकास प्राधिकरण क्षेत्र ( साडा ) में तैनात एक अवर अभियंता ने नियमों को ताक पर रखकर कई मानचित्र स्वीकृत कर दिए हैं । इसकी शिकायत मिलने पर डीएम ने दुद्धी तहसीलदार और पिपरी सीओ को जांच सौंपी है । क्षेत्राधिकारी ने आरोपी अवर अभियंता को जारी कर बयान देने के लिए बुलाया है । उधर जांच शुरू होने से साडा के कर्मियों की नींद उड़ गई है ।

आपको बता दें कि अध्यक्ष साडा / आयुक्त विंध्याचल मंडल मिर्जापुर के निर्देश पर नगर पंचायत रेणुकूट के खाड़पाथर और मुर्धवा इलाके में तमाम लोगों द्वारा सौ रुपये के स्टांप पर अनुसूचित एवं अनुसूचित जाति के लोगों की जमीन अपने नाम कराने की जांच चल ही रही थी कि दुद्धी एसडीएम रमेश कुमार की देखरेख में हो रही उक्त जांच में यह तथ्य सामने आया कि उक्त क्षेत्र में कई ऐसे मकानों के मानचित्र पास कर दिए गए हैं जो नियम विपरीत हैं तब जाकर उक्त अवर अभियंता की पोल खुली । जब उक्त मामले की गहराई से जांच करने के लिए तहसीलदार के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम को जिम्मेदारी सौंपी गई तो साडा के एक अवर अभियंता द्वारा नियमों को ताख पर रखकर कई लोगों के भवनों के मानचित्र स्वीकृत करने का भी जिन्न बाहर निकल आया है ।

पूर्व में एक व्यक्ति ने जेई के खिलाफ उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र दिया था । उक्त शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए डीएम ने दुद्धी एसडीएम और पिपरी सीओ को जेई के खिलाफ प्राप्त शिकायती पत्र की जांच करते हुए रिपोर्ट देने को कहा है । जिलाधिकारी के उक्त आदेश पर दो सदस्यीय टीम ने जांच शुरू कर दी है । क्षेत्राधिकारी पिपरी विजय शंकर मिश्रा ने संबंधित जेई को पत्र जारी कर आरोपों के संबंध में जवाब देने को कहा है । सूत्रों की मानें तो जांच में मानचित्र पास करने में कई के गर्दन फंसेंगे । सीओ पिपरी विजय शंकर मिश्रा का कहना ह कि शक्तिनगर विकास प्राधिकरण क्षेत्र ( साडा ) में तैनात एक अवर अभियंता के खिलाफ नियमों को ताक पर रखकर कई लोगों के मानचित्र स्वीकत करने समेत अन्य शिकायतें मिली हैं।अवर अभियंता को पत्र जारी कर बयान देने के लिए बुलाया गया है । जांच कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी ।
