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लखीमपुर हिंसा के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत लखीमपुर जनपद के लिए पहुंच गए। पीलीभीत जिला प्रशासन ने राकेश टिकैत को रोकने के लिए बैरिकेडिंग की थी, लेकिन राकेश टिकैत अपने काफिले के साथ उस बैरिकेडिंग में से निकल कर लखीमपुर के लिए पहुंच गए।
लखनऊ । भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा किसान आंदोलन की राह कभी भी हिंसक नहीं थी । हमेशा सरकार ही हिंसा करती आई है और लखीमपुर में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला ।
हादसे के बाद संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से बयान जारी करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने निर्णय लिया है कि सुबह दस बजे डीएम-एसपी का घेराव करने के लिए किसान एकत्र हों और इस पूरे कार्यक्रम की भूमिका बनाई जाए ।
लखीमपुर जाते समय जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि मैं कपड़े लेकर आया हूं और पूरी तैयारी से आया हूं जब तक निर्णय नहीं हो जाता मैं मोर्चा नहीं छोडूंगा । उन्होंने कहा कि लखीमपुर जाने के बाद ही आगे की रणनीति तय होगी, अभी पंजाब और हरियाणा से भी लोग आएंगे उनका रास्ता आप लोगों को बनाना है ।
बता दें कि राकेश टिकैत के आगमन को लेकर जिले में पहले से ही अलर्ट जारी था, ऐसे में एडीजी जोन बरेली अविनाश चंद्र मौर्य आईजी बरेली और कमिश्नर बरेली समेत डीएम-एसपी ने भारी पुलिस फोर्स के साथ जिले की पूरनपुर तहसील में डेरा डाल कर लगातार किसानों के प्रदर्शन पर नजर बनाए हुए हैं ।
लखीमपुर खीरी पहुंचे राकेश टिकैत
लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश की सियासत उबाल पर है । प्रियंका गांधी रात में ही लखनऊ से पुलिस से लड़ते झगड़ते सीतापुर जिले के सिधौली तक पहुंची मगर लखीमपुर से पहले ही पुलिस ने उनको हरगांव के पास से हिरासत में ले लिया । वहीं, भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत भी अलसुबह लखीमपुर खीरी के तिकोनिया में भारी लाव लश्कर के साथ पहुंच गए हैं । बता दें कि गुरुनानक इंटर कालेज में राकेश टिकैत से डीएम एसपी, कमिश्नर, एडीजीएलओ वार्ता कर रहे हैं ।
राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लखीमपुर में हुई घटना की जिम्मेदार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और उनका बेटा है । उन्होंने कहा कि एफआईआर झूठी लिखी गई है, जब तक हमारे हाथ मे दस्तावेज नहीं आएंगे तब तक हम हिलेंगे नहीं । किसानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी किसान लड़ेगा भी और जीतेगा भी ।
उधर इंडो नेपाल बॉर्डर के बनवीरपुर को पुलिस ने किला बना दिया है । किसी भी राजनेता को घटनास्थल पर नहीं पहूंचने दिया जा रहा ।आसपास के जिले समेत भारी तादात में पीएसी और पैरा मिलिट्री फोर्स भी बुलाई गई है । एसपी विजय ढुल और डीएम डॉक्टर अरविंद कुमार चौरसिया बराबर हालातों पर नजर बनाए हैं. एडीजी और आईजी भी लखीमपुर में कैम्प कर रहे हैं ।