रायबरेली। किसान मित्र संगठन ने सेवा बहाली के बाबत अपना मांग पत्र जिधिकारी रायबरेली को दिया जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित था। मांग पत्र के माध्यम से संगठन ने कहा है कि मुख्यमंत्री जी आपके संज्ञान में लाना चाहूँगा कि प्रदेश में 52000 बेरोजगार हुए किसान मित्रों को आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि विधान सभा चुनाव के पहले किसान मित्र योजना पुनः संचालित करने की घोषणा आप द्वारा की जाएगी।
किसान मित्रों का मानदेय 1220 / -रुपये प्रतिमाह था बजट का अभाव बताकर किसान मित्र योजना दिनांक 31 मार्च 2010 को स्थगित कर दी गई । किसान मित्र तब से आज तक लगातार सेवा बहाली की मांग को लेकर संघर्षरत हैं । दिनांक 07 फरवरी 2017 को भा 0 ज 0 पा 0 प्रदेश कार्यालय में पार्टी की ओर से किसान मित्र सम्मेलन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उस समय भदोही सांसद व राष्ट्रीय किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीरेन्द्र सिंह ( मस्त ) थे ।उन्होंने यह घोषणा की कि किसान मित्र चुनाव में भाजपा की सरकार बनाने का काम करें ।
सरकार बनते ही किसान मित्रों को सेवा में ले लिया जायेगा लेकिन अब तक किसान मित्र योजना बहाल नहीं हो सकी , जब कि यह योजना पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के शासन में चलायी गयी थी । वरिष्ठ जन प्रतिनिधियों द्वारा किसान मित्रों की सेवा बहाली को लेकर सदन से बर्हिगमन किया गया था जिसमें माननीय हृदयनारायण दीक्षित , सुरेश खन्ना , केदारनाथ सिंह , डॉ 0 नेपाल सिंह , हुकुम सिंह , लक्ष्मीकान्त बाजपेई , यशदत्त शर्मा इत्यादि लोगों ने किसान मित्र योजना की बहाली को लेकर पूर्ण रूप से समर्थन किया था। किन्तु तत्कालीन प्रदेश की सरकार ने कोई सुनवाई नहीं किया । अतः आपसे अनुरोध है कि 52000 किसान मित्रों की बेरोजगारी को ध्यान में रखते हुए उन्हें बहाल करके सेवा में लेने की कृपा करें ।