बरहमोरी बालू साइड पर पोकलेन और मशीनों से किया जा रहा है अवैध खनन
सोनभद्र। जिलाधिकारी जनपद सोनभद्र से लिखित शिकायत किया कि ग्राम बरहमोरी का मोरंग खनन पट्टा लेकर अवैध पोकलैंड व नाव से मशीन लगाकर नदी की धारा को मोड कर अवैध खनन किया जा रहा है।
गौरतलब है कि प्रार्थी सुभाष चन्द्र उपाध्याय पुत्र स्व० गायत्री प्रसाद उपाध्याय निवासी ग्राम कोटा पोस्ट-कोटा थाना- चोपन जनपद सोनभद्र का निवासी ने उच्चाधिकारियों को अवगत कराना चाहता है कि ग्राम बरहमोरी का मोरंग / बालू खनन पटटे को लेकर ग्राम-हर्रा के रास्ते होते हुए सोन नदी कि धारा को बांध कर मोड़ दिया गया है ।
अवैध खनन माफियाओं के इस कृत्य से सोन नदी के जीव जन्तु जैसे मगरमच्छ, खेखड़ा, मछली व अन्य जल जन्तु को असमय काल कवलित होना पड़ रहा है । शिकायत कर्ता ने खनन माफियाओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि नाव में मशीन लगाकर नदी के धारा से बालू निकाल कर पोकलैंड मशीन द्वारा ट्रक पर लोड किया जा रहा है।
इतना ही नहीं जब नदी में बाढ़ आ जाती है तो खनन माफियाओं द्वारा ग्राम हर्रा से बालू लोड किया जाता है । जबकि एन०जी०टी० का आदेश हैं कि न तो नदी के जल धारा को बांधा जा सकता हैं और न ही नदी से मशीनी उपकरणों से खनन ही किया जा सकता है। जबकि उत्तर प्रदेश के जनपद सोनभद्र में मुख्य मंत्री के आदेश कि किसी भी दशा में अवैध खनन न होने देने की प्रतिबद्धता को ठेंगा दिखाते हुए जिला प्रशासन के संरक्षण में खनन माफियाओं द्वारा बेखौफ होकर खनन किया जा रहा है ।
शिकायत कर्ता ने मुख्यमंत्री के पोर्टल सहित प्रदेश के आला अधिकारियों के साथ साथ सोनभद्र के जिलाधिकारी को किए गए शिकायत में स्पष्ट लिखा है कि ठीकेदार सुन्दर लाल गुप्ता व अन्य द्वारा सभी नियमों की अनदेखी कर अवैध खनन नदी सोन में किया जा रहा है । नियमों के मुताबिक किसी भी नदी में ढेड मीटर के नीचे मोरंग / बालू खनन परिवहन नहीं कर सकते यहा सीधे नाव में मशीन लगाकर नदी के अन्दर से निकाला जा रहा है।
शिकायत कर्ता ने अपनी शिकायत में कहा है सघन वन और सेंचुरी एरिया में जहां काले हीरन, चीता, तेन्दुआ आदि जानवर रहते हैं । ट्रक के हॉर्न और आवाज से ये सभी विलुप्त होते जन्तु जंगल से पलायन कर रहे है। जिसके कारण आये दिन तेन्दुआ, चीता, काले हिरन का शव जनपद में कई जगह मिल भी चुके है ।
अन्त में श्री उपाध्याय ने उपरोक्त शिकायती प्रार्थना पत्र पर जांच कराते हुए अवैध मोरंग/ बालू खनन को रोकते हुए दोषी ठेकेदार के ऊपर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्यवाही करने कि कृपा करें व उक्त कार्यवाही से प्रार्थी को भी अवगत कराने का कष्ट करें। शिकायत कर्ता ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, प्रमुख सचिव वन्य ,उत्तर प्रदेश ,लखनऊ, मण्डला आयुक्त मीरजापुर मण्डल, सचिव खनिकर्म उत्तर प्रदेश शासन ,लखनऊ, सहित एन०जी०टी० नई दिल्ली को रजिस्ट्री डाक के माध्यम से दिनांक 18-05-2023 को अपनी शिकायत प्रेषित करते हुए मुख्यमंत्री पोर्टल पर जन सुनवाई संदर्भ संख्या 400200023005859 पर भी शिकायत दर्ज कराई है।