दुद्धी । दुद्धी को जिला बनाओ संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज 30 घंटे का जो भूख हड़ताल आज शुरू होना था ,को प्रारंभ करने के लिए संघर्ष मोर्चा द्वारा तहसील के रामलीला प्रांगण में टेंट तंबू लगाए जा रहे थे तभी स्थानीय प्रशासन के लोग मौके पर पहुंचकर परमिशन ना होने की बात कहते हुए टेंट तंबू हटवाने लगे। जिसको लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन से संघर्ष समिति के बीच नोक झोंक होने लगी । इसी बीच जिला बनाओ संघर्ष मोर्चा के लोग भूख हड़ताल पर बैठ गए।निर्धारित समय से करीब दो घण्टे बाद जिला बनाओ संघर्ष समिति तहसील परिसर स्थित श्री रामलीला मंच पर नारेबाजी करते हुए पहुँचे और दुद्धी को जिला बनाओ को लेकर जमकर नारेबाजी की ।
संघर्ष मोर्चा के लोगों ने दुद्धी एसडीएम के खिलाफ भी जमकर भड़ास निकाली और कहा कि दुद्धी एसडीएम की दोहरी नीति क्षेत्र के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है।करीब 12 बजे से शुरू हुई भूख हड़ताल में जिला बनाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजकुमार अग्रहरि , महासचिव प्रभु सिंह सहित लगभग एक दर्जन लोग भूख हड़ताल पर बैठ गए।भूख हड़ताल पर बैठने वालों को समिति ने माल्यार्पण करके स्वागत किया। आपको बताते चलें कि दुद्धी को जिला बनाने को लेकर भूख हड़ताल का विभिन्न पार्टियों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं ने समर्थन दिया है ।
इसके पूर्व सुबह करीब 9 बजे तहसील परिसर में लग रहे टेंट को स्थानीय पुलिस ने परमिशन न होने का हवाला देकर हटवा दिया जिससे थोड़े समय के लिए माहौल गर्म हो गया।नवागत कोतवाल राघवेंद्र सिंह ने जिला बनाओ संघर्ष समिति के लोगों से वार्ता करके किसी तरह तहसील परिसर खाली कराकर पुलिस का पहरा लगा दिया।इसके बाद जिला बनाओ संघर्ष समिति का काफिला कचहरी परिसर पहुँच गया जहां घण्टो विचार विमर्श व संघर्ष समिति के लोग एक रणनीति बनाने के बाद पुनः नारा लगाते हुए तहसील तिराहा पहुँच गए।
जिससे फिर एक बार एक अफरा तफरी मच गई।हालांकि तहसील तिराहे पर नारेबाजी करने के बाद जुलूस काली मंदिर मोड़ तरफ निकल गया।काली मंदिर से वापसी के बाद नारेबाजी करते हुए तहसील परिसर में पहुचा जहाँ जुलूस धरना एवं भूख हड़ताल में परिवर्तित हो गया।धरने पर बैठे लोग शांति पूर्वक महात्मा गांधी का प्रिय भजन ” रघु पति राघव राजा राम सबको सन्मति दे भगवान ” शुरू कर दिया ।
यहां एक बात यह भी स्मरणीय है कि जहां पिछले विधानसभा चुनाव 2017 में भी दुद्धी को जिला बनाने के लिए चल रहे आंदोलन को भाजपा ने जिला बनाने का वादा करके अपने सहयोगी दल अपनादल को दुद्धी सीट से विजयी कराया था वहीं इस बार अर्थात 2022 के विधानसभा चुनाव की रणभेरी में यही मुद्दा भाजपा के गले का फ़ांस बन चुका है। चूंकि विधायक बनने के पूर्व से ही वर्तमान दुद्धी विधायक हरिराम चेरो दुद्धी को जिला बनाने के लिए किए जा रहे आंदोलन से जुड़े रहे हैं परन्तु जब विधायक चुन लिए गए तो उक्त मुद्दे को उन्होंने नेपथ्य में छोड़ दिया और अब यही मुद्दा उनके ही नही वर्तमान सरकार के लिए भी गले की फांस बन गया है।
चूंकि यह यहाँ की जनता की भावनाओं से जुड़ा मुद्दा है इसलिए वर्तमान विधायक सहित सत्ता प्रतिष्ठान से जुड़े लोग इस मुद्दे से कन्नी काट कर निकल जाना चाहते हैं।यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि दुद्धी को जिला बनाने का वादा कर सत्ता का स्वाद चखने वाले लोग आगे क्या रणनीति बनाते हैं।
हाँ इतना तो तय है कि यहाँ के लोग इस आंदोलन से दिल से जुड़े हैं क्योंकि ऐसा नहीं होता तो पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा सिर्फ दुद्धी को जिला बनाने का वादा कर देने भर से ,यहाँ की मिट्टी में अपराजेय कहे जाने वाले नेता विजयसिंह गौड़ को पराजय का मुँह नहीं देखना पड़ता।अब सोचने की बारी यहां के लोगों की नहीं वर्तमान समय में सत्ता का मजा ले रहे लोगों की है यह कहना है दुद्धी को जिला बनाओ संघर्ष समिति के सदस्यों का।