पूर्ति विभाग और पुलिस की इस कार्रवाई से जहां एक तरफ डीजल के अवैध कारोबार में लिप्त लोगों में हड़कम्प है वहीं दूसरी तरफ मुगलसराय डिपो से विभिन्न पंपों के लिए जाने वाली सप्लाई में से होने वाली चोरी को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म हो उठा है ।
शक्तिनगर। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर डीजल चोरी कर बेचने के मामले जब तब आते रहते हैं इसी कड़ी में बीती 27 अक्टूबर को एक प्रतिष्ठित कंपनी के प्रबंधक के इशारे पर उसी कंपनी के टैंकर के जरिए डीजल के अवैध परिवहन का मामला सामने आने पर शक्तिनगर थाने में एफ आई आर दर्ज कर जांच जारी है। लगभग छः दिन पूर्व पकड़ी गई लगभग 5000 लीटर डीजल की कथित चोरी की पुष्टि के बाद पूर्ति महकमे की तरफ से टैंकर चालक और संबंधित कंपनी के प्रबंधक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में शक्तिनगर थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई है ।

आपको बताते चलें कि गत 27 अक्टूबर को शक्तिनगर पुलिस मुखबिर के जरिये डीजल के अवैध परिवहन की मिली सूचना के आधार पर एक टैंकर को शक के आधार पर थाने के गेट पर रोक कर चालक शिवदास से मध्य प्रदेश की तरफ ले जाए जा रहे डीजल के बारे में पूछताछ की तो वह सन्तोषजनक उत्तर न दे सका।

तहरीर के मुताबिक वाहन चालक ने बताया कि वह बैरपान , अनपरा स्थित एक पेट्रोल पंप से डीजल लेकर गजराज माइनिंग एनसीएल , मध्यप्रदेश के लिए जा रहा है। इससे संबंधित कागजात मांगे जाने पर चालक उक्त डीजल परिवहन से संबंधित कोई कागजात प्रस्तुत नहीं कर पाया । इसके बाद उक्त डीजल टैंकर को थाना परिसर में खड़ा कराने के बाद पूर्ति महकमे को सूचना दी गई ।जिला पूर्ति अधिकारी के निर्देश पर रामलाल यादव पूर्ति निरीक्षक दुद्धी , संदीप श्रीवास्तव पूर्ति लिपिक मुख्यालय , संजय कुमार शर्मा पूर्ति लिपिक दुद्धी / बभनी को साथ लेकर थाने पर पहुंचे और वाहन का निरीक्षण किया । पाया कि मिनी टैंकर में तीन चैंबर हैं । प्रत्येक चैंबर की क्षमता लगभग 2000 लीटर है । तीनों चैंबरों में क्षमता से थोड़ा कम डीजल भरा पाया गया । गेज के जरिए चेंबर की नापी करने के बाद डीजल की मात्रा करीब 5500 लीटर पाई गई । इसके संबंध में टैंकर चालक शिवदास से पूछताछ कर लिखित बयान अंकित किया गया ।

शिवदास ने बताया कि वाहन संख्या यूपी 64 एटी -2327 , टाटा 709 एक्सई मिनी टैंकर के मालिक मेसर्स केएन इंटरनेशनल के लिमिटेड अनपरा हैं । वह फर्म में वाहन चालक का कार्य करता है । मेसर्स केएन इंटरनेशनल के पीएम ( प्रोजेक्ट मैनेजर ) पीके सिंह के कहने पर 27 अक्टूबर को वह उक्त टैंकर लेकर मेसर्स केएन इंटरनेशनल डीजल – पेट्रोल रिटेल आउटलेट बैरपान अनपरा गया । वहां पेट्रोल रिटेल आउटलेट से डीजल लेकर गजराज माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड दुद्धीचुआ मध्यप्रदेश जा रहा था । तभी शक्तिनगर थाने के गेट पर पुलिस ने पकड़ लिया । उसके पास उक्त डीजल परिवहन से संबंधित कोई कागजात नहीं है ।

पूर्ति निरीक्षक दुद्धी रामलाल की तरफ से दी गई तहरीर में कहा गया है कि मिनी टैंकर ( mini tanker ) के चालक के बयान एवं टैंकर में भरे डीजल से संबंधित तथा विस्फोटक अनुज्ञप्ति से संबंधित कोई कागजात प्रस्तुत न किये जाने से स्पष्ट है कि चालक शिवदास और उसके बयान के अनुसार मेसर्स केएन इंटरनेशनल के पी एम पीके सिंह द्वारा उक्त डीजल को चोरबाजारी में बेचकर अनुचित लाभ अर्जित किये जाने के उद्देश्य से अवैध रूप से परिवहन किया जा रहा था , जो उत्तर प्रदेश हाई स्पीड एवं लाईट डीजल आयल ( सम्मरण बनाए रखना एवं वितरण ) आदेश 1981 तथा मोटर स्प्रिट एंड हाई स्पीड डीजल ( रेग्यूलेशन आफ सप्लाई डिस्ट्रब्यूशन एंड प्रिवेंसन आफ माल प्रैक्टिसेस ) आर्डर 2005 का स्पष्ट उल्लंघन है

उपरोक्त को दृष्टिगत रखते हुए चालक शिवदास और प्रोजेक्ट मैनेजर पीके सिंह के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3 एवं 7 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है । वहीं पूर्ति निरीक्षक दुद्धी रामलाल ने चालक और प्रोजेक्ट मैनेजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस विवेचना में जो भी चीजें सामने आएंगी , उसके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी । वहीं एआरओ रिपुसूदन आर्या ने बताया कि संबंधित पेट्रोल पंप को भी नोटिस जारी कर जवाब लिया जाएगा । इस बारे में जिला पूर्ति अधिकारी गौरी शंकर शुक्ला से संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन व्यस्त होने के कारण उनका पक्ष नहीं मिल सका ।