(समर सैम)
सोनभद्र। अपने दो दिवसीय जनपद सोनभद्र प्रवास के दौरान वन्यजीव एवं पर्यावरण मंत्री स्वतंत्र प्रभार अरुण सक्सेना ने भाजपा सरकार की लोकप्रिय नीति एवं सन्देश को जन जन तक पहुंचाया। मीडिया से मुख़ातिब होते हुए मंत्री अरुण सक्सेना ने कहा कि सर्व समाज का भला भारतीय जनता पार्टी सरकार में ही है। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार वर्ग, धर्म एवं जाति के आधार पर किसी भी नागरिक से भेद भाव नहीं करती। सभी को समान अवसर उपलब्ध कराना ही हमारा लक्ष्य है।
पर्यावरण पॉल्युशन सम्बंधित सवाल पर कहा कि हमारे रहते किसी को भी पर्यावरण की हानि करने नहीं दिया जायेगा। प्रवास के अगले दिन प्रातः काल मंत्री जी ने चित्रगुप्त मंदिर का दर्शन किया। वहां मौजूद लोगों की समस्याओं से भी रु ब रु हुए। इस बीच मंदिर प्रांगण में सैकड़ों की तायदाद में जनपद सोनभद्र के कायस्थ समाज के साथ साथ अन्य समाज के गणमान्य नागरिकों ने मंत्री जी का स्वागत एवं अभिनंदन किया। मंत्री जी की आगवानी युवा भाजपा नेता एवं समाजसेवी विनय श्रीवास्तव ने किया। विनय श्रीवास्तव ने वाराणसी पहुंचकर मंत्री अरुण सक्सेना को रिसीव किया। आगवानी करते हुए मंत्री जी को जनपद सोनभद्र के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कराया। मंत्री जी ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर रेनुकूट गेस्ट हाउस में जिले की प्रमुख कम्पनियों के अधिकारियों से वार्तालाप किया। साथ ही जिले की प्रमुख समस्याओं से भी रु ब रु हुए।
दौरे के अंतिम दिन दोपहर में मंत्री जी ने राबर्ट्सगंज स्थित डॉ सतीश श्रीवास्तव के आवास पर पहुंचकर जलपान ग्रहण किया। डॉ सतीश श्रीवास्तव ने अपने आवास पर मन्त्री अरुण सक्सेना का पुष्पों एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस मौके पर बीजेपी जिला अध्यक्ष अजित चौबे एवं ऊर्जावान व कर्मशील युवा भाजपा नेता विनय श्रीवास्तव भी साथ में मौजूद रहे। साथ ही इस मौके पर मंत्री ने तमाम भाजपा कार्यकर्ताओं एवं कायस्थ समाज के पुरुषों एवं महिलाओं से भी गुफ्तगू किया। अंत में पायलिटिंग करते हुए कायस्थ समाज के कर्मयोगी युद्धा विनय श्रीवास्तव ने मंत्री को हिंदूआरी तक रुख़सत किया। जहां से वह वाराणसी के लिए प्रस्थान कर गये।
बताते चलें कि डॉ अरुण सक्सेना बरेली शहर से लगातार तीन बार भारतीय जनता पार्टी के टिकट से जीत की हैट्रिक बना चुके हैं। पहली बार उन्हें योगी सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है। पेशे से चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ अरुण सक्सेना बहुत ही साफ सुथरी छवि के अत्यंत सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं। शायद इसीलिए भाजपा ने उन्हें कायस्थ समाज को जोड़ने की महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान की है। अब देखना यह है कि भाजपा में दिग्गज कायस्थ समाज के लीडरों को जिस तरह किनारे किया गया है। क्या उसकी भरपाई आने वाले समय में मंत्री डॉ अरुण सक्सेना कर सकते हैं। क्या वह मजबूती से देश के सबसे ज्यादा पढ़े लिखे कायस्थ समाज को एकजुटता के साथ भारतीय जनता पार्टी से जोड़े रख सकते हैं। खैर यह तो आने वाला समय ही बतायेगा की मंत्री जी अपनी इस कोशिश में कितना सफल होते हैं। फ़िलहाल इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं है कि मंत्री जी कायस्थ समाज को आगे बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयासरत हैं।