शिशिर मूल रूप से सीवान के भगवानपुर हाट कें बनपुरा गांव के रहने वाले हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा सीवान और बलिया से हुई है. 2020 में UPPCS में शिशिर सफल हुए थे. वर्तमान में वह वाराणसी सदर में बतौर एसडीएम तैनात हैं.
सीवान. यूपीएससी की परीक्षा में सीवान के लाल ने सिर्फ सफलता ही दर्ज नहीं की, बल्कि देश में 16वीं रैंक लेकर आया है. शिशिर कुमार सिंह की इस कामयाबी से इलाके में जश्न का माहौल है. वहीं उनके माता-पिता बेटे की इस कामयाबी से बेहद खुश हैं. आज देर रात तक शिशिर कुमार सिंह माता-पिता के साथ अपने पैतृक गांव सीवान के बनपुरा पहुंचेंगे, जहां पूजा-अर्चना करने के बाद पुनः बनारस चले जाएंगे.
दरअसल, शिशिर मूल रूप से सीवान के भगवानपुर हाट कें बनपुरा गांव के रहने वाले सिंहासन सिंह के पुत्र हैं. शिशिर का परिवार उनकी इस सफलता से फूला नहीं समा रहा है. पिता ने बताया कि बेटा शुरू से ही पढ़ाई को लेकर गंभीर था. शिशिर की प्रारंभिक शिक्षा सीवान और बलिया से ही हुई है. शिशिर ने आईआईएम यूनिवर्सिटी से डिग्री लेने के बाद बेंगलुरु में नौकरी करनी शुरू कर दी थी.
पहले पीसीएस, अब बने आईएएस
दरअसल, शिशिर ने 2020 में यूपीपीसीएस में सफलता पाई थी. शिशिर एसडीएम के तौर पर वाराणसी सदर में तैनात हैं. वहीं यूपीएससी सिविल परीक्षा 2022 में मिली यह सफलता उनके चौथे प्रयास का परिणाम है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ माइंस यूनिवर्सिटी, धनबाद (झारखंड) से इंजीनियरिंग में स्नातक शिशिर को फोटोग्राफी से लेकर तमाम शौक हैं. इनमे ड्रामा सीरीज देखने और क्रांतिकारी शैली की हिंदी कविताएं पढ़ना भी शामिल है.