मायावती ने गुरुवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट किए. उन्होंने लिखा यूपी व अन्य बीजेपी शासित राज्यों में भी, कांग्रेस की ही तरह, जिस प्रकार से टारगेट करके गरीबों, दलितों, अदिवासियों एवं मुस्लिमों को जुल्म-ज्यादती व भय आदि का शिकार बनाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है यह अति-दुःखद, जबकि दूसरों के मामलों में इनकी कृपादृष्टि जारी है
लखनऊ. सीतापुर जेल में बंद समाजवादी पार्टी के विधायक आजम खान को अब मायावती का भी समर्थन मिला है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी सहित तमाम बीजेपी शासित राज्यों में दलितों, आदिवासियों और मुस्लिमों जुल्म और ज्यादती का शिकार बनाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वरिष्ठ विधायक आजम खान को करीब सवा दो साल से जेल में बंद रखना लोगों की नजर में न्याय का गला घोटना है.
मायावती ने गुरुवार को एक के बाद एक तीन ट्वीट किए. उन्होंने लिखा, “यूपी व अन्य बीजेपी शासित राज्यों में भी, कांग्रेस की ही तरह, जिस प्रकार से टारगेट करके गरीबों, दलितों, अदिवासियों एवं मुस्लिमों को जुल्म-ज्यादती व भय आदि का शिकार बनाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है यह अति-दुःखद, जबकि दूसरों के मामलों में इनकी कृपादृष्टि जारी है.
इसी क्रम में यूपी सरकार द्वारा अपने विरोधियों पर लगातार द्वेषपूर्ण व आतंकित कार्यवाही तथा वरिष्ठ विधायक मोहम्म्द आज़म खान को करीब सवा दो वर्षों से जेल में बन्द रखने का मामला काफी चर्चाओं में है, जो लोगों की नज़र में न्याय का गला घोंटना नहीं तो और क्या है? साथ ही, देश के कई राज्यों में जिस प्रकार से दुर्भावना व द्वेषपूर्ण रवैया अपनाकर प्रवासियों व मेहनतकश समाज के लोगों को अतिक्रमण के नाम पर भय व आतंक का शिकार बनाकर, उनकी रोजी-रोटी छीनी जा रही है, वह अनेकों सवाल खड़े करता है, जो अति-चिन्तनीय भी है.”
88 में से 87 मामलों में आजम को मिल चुकी है जमानत
गौरतलब है कि आजम खान के ऊपर 88 मामले दर्ज हैं, जिनमे से 87 मामले में उन्हें जमानत मिल चुकी है. लेकिन रामपुर पब्लिक स्कूल की मान्यता को लेकर एक अन्य मामले में भी उनका नाम शामिल किया गया है, जिसमें उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी है. इस मामले में जमानत मिलने के बाद ही उनकी रिहाई संभव है. बता दें कि आजम खान की रिहाई पर जमकर सियासत हो रही है.