सवर्ण आर्मी के प्रदेश महासचिव सूरज प्रसाद चौबे ने आज सवर्ण समाज की बैठक में कहा कि जातिगत आरक्षण एक कु प्रथा है जन्म से मृत्यु तक आरक्षण दिया जा रहा है ।सवर्ण समाज का बच्चा मेधावी है तो भी जीरो नम्बर वाले अन्य वर्ग के बच्चे का स्कूल में प्रवेश पहले मिलेगा छात्रबृति भी उसी को मिलेगी। फीस भी नहीं देनी होगी क्या यही सामाजिक न्याय है ? ७० सालो से चली आ रही इस कु प्रथा के कारण सवर्ण समाज के बच्चे कुंठित मानसिकता के शिकार हो रहे हैं ।हमारा समाजिक ताना बाना समाप्त हो रहा है तथा आपसी बैमानस्य बढ़ रहा है।
इसके बावजूद भी सामान्य जाति की श्रेणी में आने वाले सवर्ण के हक की बात करने पर हमे जातिवादी कहा जाता है। हा मैं अपने समाज के लिए लडूगा समाज के साथ जो भेदभाव हो रहा है उसका जवाब दिया जायेगा ।सभी राजनीतिक दलों के नेता दलित मुस्लिम तुष्टिकरण कर रहे हैं ।
सवर्ण समाज के नेता जो हम लोगों के बीच से निकल कर सांसद विधायक मंत्री बने हैं वे कभी भी समाज के साथ नहीं रहे, न ही समाज के लिए कुछ बोल रहे हैं। समाज केवल इनका वोट बैंक बना है, सवर्ण समाज के लोग राजनीतिक दलों की रैलियां आयोजित कर रहे हैं, कुर्सी दरी बिछाने में शामिल हैं ,नेता के साथ सेल्फी ले के सोसल मीडिया पे पोस्ट कर गौरव महसूस करते हैं लेकिन सवर्ण समाज के ठेकेदार इन हालातों से परचित होने के बाद भी अनभिज्ञ बने हैं ।आप इनसे कोई उम्मीद न करे चुनाव के समय आप के साथ कनेक्ट होगे तब आप सवर्ण होगे हम सभी को संगठित होकर समाज की आवाज़ उठानी चाहिए।