लखनऊ। आज प्रेस कांफ्रेंस कर अपनादल (K) ने पत्र प्रतिनिधियों से कहा कि सपा ने सहयोगी दल अपना दल (कमेरावादी) को घोरावल विधानसभा क्षेत्र की सीट दे दी है। अभी तक वेटिंग में चल रही विधानसभा घोरावल की सीट पर फिलहाल कयासों का दौर समाप्त हो गया है ।
यहां आपको बताते चलें कि सपा ने सोनभद्र में चार में से तीन सीटों पर अपने प्रत्याशी पहले ही उतार दिया है और घोरावल विधानसभा से पूर्व विधायक रमेश चंद्र दुबे सपा से चुनाव लड़ने की तैयारी में लगे थे और अब जबकि उक्त सीट समझौते में अपनादल कमेरवादी के खाते में चली गयी है तो उनके समर्थकों में फिलहाल मायूसी देखी जा रही है।
फ़िलहाल गठबंधन के खाते में सीट जाने से सपाइयों को बड़ा झटका लगा है ।अब जबकि यह सीट अपना दल (कमेरावादी) के खाते में चली गयी है तो घोरावल सीटसे प्रत्याशी को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।
अब सबको बड़ा सवाल यही मथ रहा है कि क्या अपना दल (K) किसी ब्राह्मण चेहरे पर खेलेगी दांव ? सपा गठबंधन में यदि ब्राह्मण चेहरा को नहीं मिला मौका तो हो सकता है बड़ा नुकसान। फिलहाल अब सबकी निगाह अपनादल (K) के फैसले पर। घोरावल विधानसभा से अब राजनीतिक धुंध लगभग साफ हो गयी है और राजनीतिक पंडित अब अपनी अपनी गड़ित फिट करने में लग गए हैं।
परिणाम चाहे जो हो पर यह तो साफ हो गया है कि सुदामा के वंशज आज की राजनीतिक माहौल में हाशिये पर ही हैं। कभी कृष्ण भगवान ने सुदामा को भले ही गले लगाकर उनकी इज्जत अफजाई की रही हो पर वह द्वापर की बात थी और यह कलियुग है भाई और इस युग मे सिद्धांत की बात नहीं की जाती।