सोनभद्र। जिला कृषि रक्षा अधिकारी जनार्दन कटियार ने जिले के किसान भाईयों का ध्यान खरीफ की फसलों की बुवाई एवं रोपाई की तरफ आकृष्ट कराते हुए अवगत कराना है कि वर्तमान में धान की फसल की रोपाई का कार्य तेजी से प्रारम्भ हो चुका है। यदि रोपाई के समय 2.5 से 3.0 किग्रा ट्राइकोडरमा प्रति हेक्टेयर की दर से भूमि शोधन करें तो फसल में हरदिया रोग नहीं लगेगा और फसल अच्छी होगी ।
धान की फसल में खरपतवार की समस्या ज्यादा रहती है इस समस्या के निदान के लिए किसान भाई खरपतवारनाशी रसायन का छिड़काव करें। धान की रोपाई से पहले या फिर रोपाई के तीन दिनों तक रसायनों का छिड़काव से फायदा होता है।
रसायन छिड़काव करते समय किसान भाई ध्यान रखें कि खेत में पानी 2-3 ली0 प्रति हेक्टेयर, प्रिटिलाक्लोर 50 प्रतिशत ई0सी0 1.25 से 1.50 ली0 प्रति हेक्टेयर, पाइराजोसल्फयूरान इथाइल 10 प्रतिशत डब्लू पी 80 ग्राम प्रति एकड़ की दर से रोपाई के दो-तीन दिन के अन्दर छिड़काव करें ।