Friday, March 29, 2024
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उ.प्र.में बट वृक्ष के रूप में फैल चुका है ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन: सौरभ कुमार

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।। अजय भाटिया ।।

ग्रा.प.ए. के संस्थापक स्वर्गीय बाबू बालेश्वर लाल जी ने ग्रामीण पत्रकारों की दशा को देखते हुए बनाया था ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन।

अब प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार कर रहे हैं बाबू जी के सपनों को साकार।

सोनभद्र। बलिया जिले के गड़वार कस्बे में 8 अगस्त 1982 को महज़ 7 पत्रकारों की उपस्थिति में बाबू बालेश्वर लाल जी द्वारा जिला स्तर पर स्थापित ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन आज प्रदेश स्तर पर पत्रकारों के सबसे बड़े संगठनों में से एक है, जो अब राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने की दिशा में अग्रसर है।

1986 में इस संगठन का विस्तार प्रदेश स्तर पर किया गया। प्रदेश स्तर पर विस्तार पर कड़ी में भारतीय डाक विभाग के 15 पैसे वाले पोस्ट कार्डो का महत्वपूर्ण योगदान रहा है क्योंकि बाबू बालेश्वर लाल जी प्रतिदिन अखबारों की डाक लाइन देखकर पोस्टकार्ड पर पत्र लिखकर एसोसिएशन से जुड़ने का अनुरोध करते हुए पत्रकारों का बिना नाम जाने पदनाम से यथा संवाददाता, फलां अखबार, फला स्थान लिखकर भेजते थे। यह उनकी दिनचर्या का हिस्सा था।

बाबू जी द्वारा लिखा गया ऐसा ही एक पोस्टकार्ड तब मुझे भी मिला था और मुझे उनसे जुड़ने तथा अविभाजित जनपद मिर्जापुर ( अब मीरजापुर और सोनभद्र जनपद) के प्रथम जिला अध्यक्ष के रूप में कार्य करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। बाबू जी से मेरी पहली मुलाकात लखनऊ में प्रथम अधिवेशन के दौरान हुई थी।

ग्रा.प.ए.के रूप में बाबू जी द्वारा रोपित किए गए बीजारोपण का स्वरूप आज वटवृक्ष के रूप में हो गया है। प्रदेश के 75 जनपदों के सभी जिलों व तहसीलों में इसका गठन किया जा चुका है। अब इसक राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार किया जा रहा है।एसोसिएशन की पिछली गौरवशाली गतिविधियों पर एक नजर डालें तो अबतक 33 प्रांतीय अधिवेशन तथा जिले, मण्डल व तहसील स्तर के अनगिनत सम्मेलन व प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये जा चुके हैं ।

जिसमें माननीय मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री, महामहिम राज्यपाल, अनेकानेक मंत्री, विश्विद्यालययो के वाइस चांसलर, माननीय उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, प्रमुख चार पीठो में तीन पीठ के आदि गुरु शंकराचार्य, फिल्मी दुनिया के मशहूर गीतकार कैफ़ी आज़मी सहित अनेक राज नेता, वरिष्ठ अधिकारी, साहित्यकार, कवि पत्रकार शिरकत कर चुके हैं।

यह संगठन न सिर्फ पत्रकारों के हितों की लड़ाई लड़ता रहा है अपितु सामाजिक सरोकारों से भी इसका गहरा नाता रहा है। दैवी आपदा के समय भी सेवा कार्यों में संगठन की बढ़-चढ़कर सहभागिता रही है। जिसने समाज में एक अच्छा संदेश दिया है।

प्रदेश के कोने-कोने से एसोसिएशन के सदस्य ही इसकी सबसे बड़ी शक्ति हैं।सदस्य संख्या के बल पर इस समय यह प्रदेश का सबसे बड़ा शासन द्वारा मान्यता प्राप्त और सशक्त संगठन है।
उल्लेखनीय है कि आज प्रदेश के समस्त जनपदों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित होने वाली जिला स्थाई समिति में मान्यता प्राप्त पत्रकारों के अलावा ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन का एक पदाधिकारी पदेन सदस्य के रूप में नामित किया जाता है।

जो संगठन की महत्वपूर्ण उपलब्धि है। संघे शक्ति कलियुगे के तर्ज़ पर यह संगठन चल रहा है। कोरोना काल मे भी वाराणसी में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश संरक्षक विजय विनीत, व जिला अध्यक्ष सी बी तिवारी के सहयोग से एक सेवा केन्द्र खोला गया था जिसमें अनेक लोंगो को ऑक्सीजन व अन्य आवश्यक दवावों के द्वारा कई लोंगो की जान बचाने का कार्य किया गया।

समय-समय पर प्रदेश के विभिन्न अंचलों में इसकी स्थानीय इकाइयों द्वारा समाज में विविध सेवा कार्य संचालित किए जाते रहे हैं।

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