सोनभद्र । जनपद के ग्राम मानपुर के वैज्ञानिक किसान बाबू लाल मौर्य के साथ हम सब का दिन उनके खेत और चौपाल में बीता । मौर्या जी बताते है उनकी रुचि तो वैज्ञानिक ढंग से खेती करने में थी परंतु घुलनशील उर्वरक और सूक्ष्म तत्व , पादप हार्मोन आदि प्राइवेट कंपनियों के उत्पाद खासे मंहगे होने कारण उनकी पहुंच में नहीं थे , इसलिए थोड़ा झिझक थी ।
इफको के यह उत्पाद जबसे हाथ लगे तो उनकी सोच के अनुसार खेती राह पर आने लगी । पुश्तैनी काम होने के नाते सब्जी की खेती पर ध्यान दिया ।कहते है वही किसान पैसा कमाएगा जिसकी एक आंख हल की तरफ दूसरी बाजार पर रहेगी । तो सबसे पहले बाबू लाल जी ने कलेंडर बनाया कि किस महीने कौन से तरकारी खेत से बाजार जाय कि अच्छा पैसा मिले ।
अपने 10बीघा खेत को 25/30 टुकड़ों बांट कर हर टुकड़े की अलग योजना बनाई । नए बीज तलाशे , किसी एक फसल में नुकसान न हो जाय इसलिए विविधीकरण अपनाया । आज बे मौसम गोभी , मिर्च ,करेला , धनिया ,लौकी आदि पैदा करने में मौर्या जी को महारथ हासिल है । ड्रिप सिंचाई , डेरी,बकरी पालन , वर्मी कंपोस्ट आदि सभी के नमूने हम सब को देखने को मिले ।अपने खेत पर हर आने वाले की आव भगत करना , उसे खेती की सलाह देना इनकी दिनचर्या में शामिल है ।
इफको के राज्य विपणन प्रबंधक अभिमन्यु राय , इफको के मुख्य प्रबंधक सोनभद्र एस के सिंह और सतीश कुमार सिंह को मौर्य जी ने इफको के एक से बढ़कर एक सभी प्रकार के उत्पादों के प्रयोग , उनके उत्साह जनक परिणामों के बारे में बड़े इत्मीनान से बताया ।इफको नैनो यूरिया प्रयोग पर भी अपने अनुभव साझा करते हुए हमे बताया कि फसल में कीड़े बीमारी कम लगना , खरपतवार कमजोर रह जाना , उत्पाद की गुणवत्ता अधिक उपज , आधी यूरिया की बचत के लिए यह बढ़िया है ।
जून के महीने में 45 डिग्री तक पहुंचे पारा के बीच , 500 फिट गहरे पानी से बूंद बूंद सींच कर जो गोभी तैयार की है उस पर कोई बिना देखे शायद ही यकीन करे । अपनी पशुशाला से नाली के सहारे निकले गौमूत्र को छानकर सीधे ड्रिप की लाइन में जोड़ा गया है । खेती में नवाचार के लिए हाथ आजमाने वाले नव युवकों के लिए श्री बाबू लाल का मोबाइल नंबर शायद काम आ सके इसलिए दे रहा हूं ।
किसान श्री बाबूलाल मौर्य ग्राम मानपुर ,राज्य विपणन प्रबन्धक श्री अभिमन्यु राय एवम एस पी सिंह मुख्य प्रबन्धक विपणन इफको लखनऊ और एस के सिंह मुख्य क्षेत्र प्रबन्धक इफको सोनभद्र के साथ नामी गिरामी हस्तियों के द्वारा मौर्या जी को अनेक तमंगों से सम्मानित किया जा चुका है । आज बाबू लाल मौर्या ने अपने दो लड़कों और श्रीमती के साथ मिलकर बचपन की गरीबी के अभिशाप को लात मार कर दूर भगा दिया है । इफको की और से सतीश कुमार सिंह ने बाबूलाल मौर्य को शुभकामनाएं दी ।