अयोध्या । जिला प्रशासन ने हनुमानगढ़ी में प्रसाद को मंदिर में न चढ़ाने व चरणामृत वितरण पर रोक लगाई थी। पुजारी गण बासी लड्डूओं का विरोध काफी समय से कर रहे हैं। इसी विरोध के चलते बुधवार को पहले गद्दीनशीन महंत प्रेमदास व मंदिर में अखाड़े के पुजारियों से कहासुनी हुई, फिर आक्रोशित नागा साधुओं के एक गुट से व्यापारियों की झड़प हो गयी। इस दौरान गद्दीनशीन महंत ने हनुमानगढ़ी मंदिर में ताला भी बंद कर दिया। इसके बाद व्यापारी समूह शहर भर की दुकानों को बंद कराकर सड़क पर उतर आए। जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद तीनों पक्षों में सुलह हो गई। इस दौरान करीब दस मिनट तक हनुमान गढ़ी का ताला बंद रहा।
इसके पहले मंदिर में पुजारियों द्वारा श्रद्धालुओं के लाए प्रसाद को नहीं चढ़ाए जाने से नाराज गद्दीनशीन महंत प्रेमदास ने पुजारियों के कृत्य का विरोध किया और कहा कि दर्शनार्थी श्रद्धा से प्रसाद लाते हैं लेकिन उनका प्रसाद नहीं चढ़ने से उनकी आस्था को चोट पहुंचती है। गद्दीनशीन के विरोध को अनसुना कर पुजारी प्रसाद न चढ़ाने पर अड़े रहे। इसके कारण गद्दीनशीन महंत दास ने गुस्से में मंदिर के गेट पर ताला डाल दिया। इससे दर्शन बंद हो गया तो पुजारीगण भी वैष्णव अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता महंत गौरीशंकर दास के नेतृत्व में गोलबंद हो गये और ताला खुलवा दिया।