सोनभद्र चट्टानों के बीच एक शीला खण्ड की महिला विधि विधान से पूजा अर्चना करने लगी. जिसके बाद हजारों ग्रामीणों की भीड़ इस स्थान पर उमड़ पड़ी. इतना ही नहीं, महिला इसके बाद गाजे-बाजे के साथ उक्त शीला खण्ड को अपने गांव बभनी थाना क्षेत्र के घघरी ले गई.
सोनभद्र । सपनों में भगवान का प्रकट होना और फिर भक्त को अपने स्थान की जानकारी देने की सैकड़ों कहानियां आपने पढ़ीं और सुनी होंगी । अब उत्तर प्रदेश के सोनभद्र से एक ऐसी ही कहानी सामने आई है, जिस पर लोग ना सिर्फ यकीन कर रहे हैं बल्कि पूजा-अर्चना भी शुरू हो गई है । जानकारी के अनुसार, आदिवासी विवाहिता बिंदु गौड़ को सपने में हनुमानजी ने दर्शन दिए थे और कहा था कि वे चट्टानों के बीच दबे हुए हैं । इसके बाद महिला ने हनुमानजी की तलाश शुरू कर दी । काफी ढूंढने के बाद महिला को दुद्धी ब्लॉक क्षेत्र के अंतर्गत मल्देवा गांव के करमदाड़ टोला में स्थित प्राथमिक विद्यालय के ठीक बगल से गुजरी लौवा नदी में चट्टानों के बीच मूर्ति मिली ।
दर्शन के लिए उमड़ रही भीड़
मूर्ति के मिलने के बाद यह खबर सभी जगह आग की तरह फैल गई । चट्टानों के बीच एक शीला खण्ड की महिला विधि-विधान से पूजा अर्चना करने लगी । जिसके बाद हजारों ग्रामीणों की भीड़ इस स्थान पर उमड़ पड़ी । इतना ही नहीं, महिला इसके बाद गाजे-बाजे के साथ उक्त शीला खण्ड को अपने गांव बभनी थाना क्षेत्र के घघरी ले आई। अब दूर-दराज से लोगों की भारी भीड़ हनुमानजी के दर्शनों के लिए उमड़ रही है ।
समस्याओं का करेंगे निवारण…
आदिवासी महिला के अनुसार, उसे स्वप्न में हनुमानजी के दर्शन हुए । हनुमानजी ने बताया कि मैं उक्त चट्टानों के बीच दबा हुआ हूं । तुम मुझे वहां से लाकर यहां घघरी में मंदिर बनवाओ । तुम्हारी सभी मनोकामना पूर्ण होगी और लोगों का भी कल्याण होगा , साथ ही साथ लोगों की समस्याओं का भी निवारण होगा । महिला का कहना है कि मैं कई दिनों से स्वप्न में दिखे हनुमान जी को पत्थर / पहाड़ों में ढूंढ़ रही थी । कल दोपहर मुझे यहां चट्टान के नीचे दबी मूर्ति मिली है । आज शुक्रवार की सुबह विधि-विधान से पूजन अर्चन कर गाजे-बाजे के साथ जब महिला पत्थर अपने घर ले आई तो लोगों की भीड़ जमा हो गई ।