संजय सिंह
चुर्क । केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक गांवों की आबादी वाले क्षेत्रों के स्वामित्व संबंधी अभिलेख तैयार करने के लिए ड्रोन कैमरे से सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे के बाद ग्रामीणों को उनके मकान की घरौनी का प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराये जाने की योजना है।आज उक्त योजना के तहत चुर्क क्षेत्र में अभियान के तहत गांव बिजरी, हरहुआ बिजरी दुबान, बिजरी पटखान, बहुअरा ,अतरौली खुर्द, कुसहा, अरौली और चुर्क में ड्रोन कैमरे से सर्वे किया गया। इसका सर्वे पूरा करने के बाद डाटा तैयार कर अफसरों को भेजा जाएगा। क्षेत्रीय लेखपाल संजय सिंह ने बताया कि सर्वे के तहत यह पता लगाया जाएगा कि किस ग्रामीण का मकान श्रेणी छ दो मे कितने क्षेत्रफल में बना हुआ है। इसका सीमांकन कराने के बाद ग्रामीणों को घरौनी दी जाएगी, जिससे ग्रामीणों को हैसियत प्रमाण पत्र के साथ ही बैंक लोन आदि लेने में भी आसानी होगी।

आपको बताते चलें कि अभी तक आबादी एरिया में बने पुस्तैनी घरों पर चूंकि पूरे परिवार का सम्मिलित मालिकाना हक होता है इस वजह से इन संपत्तियों पर न ही बैंक लोन आदि देता है और न ही व्यक्ति हैसियत प्रमाण पत्र बनवा सकता है और दूसरी तरफ विवाद की स्थिति में किस पट्टीदार का कितना और किस तरफ हिस्सा होगा यह भी तय नहीँ हो पाता था।अब इस योजना के तहत सर्वेक्षण कर सबकी अलग अलग खतौनी बन जाने से विवाद भी समाप्त हो जाएगा और सबको मालिकाना हक भी मिल जाएगा।

तहसीलदार सदर राबर्ट्सगंज ने बताया कि श्रेणी छ दो की जमीन का सर्वे करने के बाद खसरा-खतौनी की तर्ज पर ही ग्रामीणों के घरों के क्षेत्रफल के आधार पर उन्हें घरौनी दी जाएगी। अभियान के प्रथम चरण में कई गांवों का ड्रोन के माध्यम से सर्वे कराया जा रहा है सर्वे टीम के द्वारा ड्रोन उड़ाते ही गांव के ग्रामीणों एवं बच्चों की भीड़ इकट्ठी हो गई सर्वे के दौरान क्षेत्रीय लेखपाल संजय सिंह बिजरी प्रधान प्रतिनिधि अरुण सिंह एवं ड्रोन सर्वे टीम के अलावा गांव के ग्रामीण उपस्थित रहे।
