सोनभद्र की सीमा से सटे झारखंड प्रांत के सीमावर्ती गढ़वा जिले में बीती रात नक्सलियों ने जमकर उत्पात मचाया । गढ़वा के धुरकी थाना क्षेत्र के घघरी गांव में स्थित वीआरएस कंपनी जो कि रीवा रांची नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य करा रही है,के कैंप कार्यालय पर धावा बोलकर कई वाहनों को फूंक दिया तथा वाहनों में तोड़फोड़ भी की ।

नक्सली हमले में कम्पनी को करीब एक करोड़ रुपये से अधिक की क्षति का अनुमान है । घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस – प्रशासन के अफसर रात में ही मौके पर पहुंच गए । चूंकि उक्त नक्सली वारदात वाली जगह सोनभद्र के विंढमगंज थाना क्षेत्र से महज पांच किमी दूर है इसलिए सोनभद्र में भी उक्त घटना के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है। चूंकि रीवा रांची नेशनल हाईवे सोनभद्र से होकर ही गुजरता है और जिस तरह से उक्त हाइवे के निर्माण में नक्सलियों द्वारा लेवी के नाम पर निर्माण में लगी कम्पनी को परेशान किया जा रहा है उससे सोनभद्र के प्रशासनिक अमले के माथे पर बल पड़ गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार की रात छह – सात की संख्या में हथियारबंद नक्सली वीआरएस कंपनी के घघरी गांव स्थित कैंप कार्यालय पहुंचे ।

कैंप में सो रहे सभी कर्मियों को वहां से बाहर निकालकर एक जगह खड़ा कर दिया और कैंप में कम्पनी की गाड़ियों को परिचालन हेतु रखे डीजल को वाहनों पर छिड़ककर आग लगा दी ।इस अगलगी की घटना में कम्पनी के दो हाईवा , एक ग्रेडर और एक रोलर बुरी तरह से जल गया , जबकि नक्सलियों ने वहां खड़ी दो जेसीबी मशीनों को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया । नक्सलियों ने लगभग आधा घंटे तक उपद्रव किया । इसके बाद कम्पनी को गंभीर अंजाम भुगतने की चेतावनी देते हुए चले गए ।

आपको बताते चलें कि अभी एक माह पूर्व 25 जून को नक्सलियों ने वीआरएस कंपनी के खुटिया गांव स्थित कैंप ऑफिस से साइड इंजीनियर नागेंद्र सिंह को दिनदहाड़े अगवा कर लिया था । जिसे चार घंटे बाद मुक्त किया था । नक्सलियों ने दो प्रतिशत लेवी के लिए कंपनी के साइड इंजीनियर नागेंद्र सिंह को अगवा किया था । गौरतलब है कि भारतीय पब्लिक कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी )ने वीआरएस कंपनी के साइड इंजीनियर नागेंद्र सिंह का अपहरण करने की जिम्मेदारी ली थी । संगठन के स्वयंभू जोनल प्रभारी नितेश कुमार ने फोन पर इंजीनियर के अपहरण की जिम्मेदारी लेते हुये कहा था कि सड़क निर्माण करा रही कम्पनी द्वारा लेवी नहीं देने , भूमि अधिग्रहण का मुआवजा अब तक नहीं देने , घटिया निर्माण करने एवं निर्माण कार्य को संगठन द्वारा रोक के बावजूद कंपनी के द्वारा कार्य करने के कारण इंजीनियर का अपहरण किया गया था ।फिलहाल नक्सलियों द्वारा सोनभद्र की सीमा से महज कुछ किलोमीटर दूर इस तरह की घटना को अंजाम देने के बाद सोनभद्र पुलिस भी सतर्क हो गई है ।
