उत्तर प्रदेशसोनभद्र

सोनभद्र की चिकित्सा व्यवस्था वेंटिलेटर पर – कौशल शर्मा

सोनभद्र । उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन की एक आवश्यक बैठक स्थानीय होटल सूर्या में आयोजित की गई जहां व्यापारी समस्याओं के निराकरण के संबंध में व्यापक चर्चा की गई , सभी व्यापारियों ने एक स्वर में कहा कि किसी भी दशा में व्यापारियों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जा सकता यदि कोई भी विभागीय अधिकारी या कर्मचारी व्यापारियों का शोषण करता है तो उसके विरुद्ध एकजुट होकर व्यापारी मुंह तोड़ जवाब देंगे।

बैठक को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष कौशल शर्मा ने कहा कि जनपद सोनभद्र की चिकित्सा व्यवस्था वेंटिलेटर पर है हम सभी रामभरोंसे चल रहे हैं किसी भी दुर्घटना में घायल व्यक्ति को तुरंत वाराणसी रेफर कर दिया जाता है । आए दिन दुर्घटनाओं में शिकार अधिकांश लोग ट्रामा सेंटर पहुंचते पहुंचते दम तोड़ देते हैं । उन्होंने कहा कि नगर में सिटी अस्पताल की मांग लंबे अरसे से की जा रही है लगभग डेढ़ लाख की आबादी होने के बावजूद नगर में तत्काल चिकित्सा सुविधा न होने के कारण खासकर बच्चों बुजुर्गों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है ।

जिला अस्पताल की नगर से 5 किलोमीटर दूरी होने के कारण रात्रि में साधन भी उपलब्ध नहीं हो पाता उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय होने के बावजूद यहां के लोग तमाम मूलभूत सुविधाओं से वंचित है उन्होंने कहा कि रात्रि में दवा की दुकानों को शिफ्ट में खुलवाया जाए । जिससे इमरजेंसी में जीवन रक्षक दवाएं मिल सके कुकुरमुत्ता की तरह गली कूचे में पहले ट्रामा सेंटर बाद मरीज का शोषण करते हैं और अंत में जब मरीज की हालत सीरियस हो जाती है तो उन्हें वाराणसी रेफर कर देते हैं इन ट्रामा सेंट्रो में सुविधा के नाम पर ना आईसीयू वार्ड की सुविधा है न ही सीटी स्कैन की ना ही अल्ट्रासाउंड की और ना तो सर्जरी की व्यवस्था है गंभीर दुर्घटनाओं के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर भी उपलब्ध नहीं है ।

जबकि मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया ट्रामा सेंटर को एक स्पेशलिटी सर्विस के रूप में मान्य किया है सरकार एवं जिला प्रशासन की लाख उपाय करने के बावजूद यहां की चिकित्सा व्यवस्था दम तोड़ रही है संचारी रोग नियंत्रण में लापरवाही बरतने के आरोप में जिला प्रशासन द्वारा संबंधित अधिकारी को फटकार एवं नोटिस जारी करने के उपरांत भी व्यवस्था जस की तस पड़ी हुई है ।

संचारी रोगों में उत्तरोत्तर वृद्धि देखी जा रही है इसी क्रम में उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं की डिलीवरी में भी व्यापक पैमाने पर लापरवाही बढ़ती जा रही है आये दिन महिलाओं को प्रसव शौचालय में भी हो होने की सूचना प्राप्त हो रही है सामुदायिक प्राथमिक व सब सेंट्रो पर लापरवाही की पराकाष्ठा यह है कि सरकारी अस्पताल गंदगी से पटे पड़े हैं । सुविधाओं का अभाव है जिसके कारण सब सेंटर पर प्रसव पूर्व जांच व डिलीवरी की संख्या निरंतर कम होती जा रही है उन्होंने कहा कि जबकि सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट में स्वास्थ्य सबसे ऊपर है बावजूद इसके अधिकारियों की निष्क्रियता से जहां एक तरफ व्यापारी वर्ग के साथ जनमानस भी सफर कर रहा है वहीं दूसरी ओर सरकार की भी छवि धूमिल हो रही है । बैठक में मुख्य रूप से प्रितपाल सिंह ,शरद जायसवाल , प्रशांत जैन ,जसकीरत सिंह ,सिद्धार्थ सांवरिया ,अमित वर्मा ,शिवम केशरी ,अमित केसरी ,अभिषेक केसरी , शरण जायसवाल ,सत्य प्रकाश मौर्य ,अभिषेक गुप्ता ,शिवनाथ कुशवाहा ,प्रदीप कुमार जायसवाल ,राजेश जायसवाल ,रवि कुमार जायसवाल , दीप सिंह पटेल , टीपू अली ,विनोद जायसवाल ,चंद्र प्रकाश जायसवाल , कृष्णा सोनी ,सुनील कुमार सरोज , सुनील सोनी ,राजेंद्र पाल सिंह ,अमित जायसवाल ,संजय रघुवंशी , राजकुमार जायसवाल ,पंकज कनोडिया , यशपाल सिंह चंदेल ,सूर्य जायसवाल ,कुशाग्र , दीपक सोनी ,मुकेश सोनी , संजय सिंह ,कृष्णा सोनी ,नागेंद्र मोदनवाल ,शुभम चौरसिया, विनोद सिंह पटेल आदि लोग उपस्थित रहे

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