सीओ के नाम पर एक सिपाही द्वारा घोरावल क्षेत्र से खनिज लेकर परिवहन कर रही ट्रकों से वसूली का ऑडियो सोसल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हो रहा वायरल,पुलिस अधीक्षक ने बैठाई जांच
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सोनभद्र। एक पुरानी कहावत है कि जब सैंया भये कोतवाल तब डर काहे का।कुछ इसी तरह की चर्चा सोनभद्र में चारों तरफ है, हर चट्टी चौराहे पर जिधर देखो उधर ही लोग अलाव जला अपने को गर्म करते हुए आस पास के वातावरण में गर्मी पैदा करने के लिए यही चर्चा करते मिल जाएंगे कि अब इन्हें कौन रोकेगा ? लोगबाग यह भी कहते मिल जाएंगे कि जब जिन्हें जांच करनी है उन्हीं के नामपर इस तरह की वसूली में उनके ही मातहत लिप्त हैं तो फिर अब क्या होगा ? फिलहाल यह कोई पहला मामला नहीं है। इस तरह की खबरें सोनभद्र की फिजां में अक्सर आती ही रहती हैं क्योंकि सोनभद्र के खनन क्षेत्र से अवैध खनन से निकले बालू गिट्टी को बाजार तक पहुंचने के लिए ओभरलोड या फिर बिना परमिट परिवहन ही एक मात्र रास्ता है और सरकार चाहे जितना भी जतन कर ले यह खेल बंद होने वाला नहीं है और इस खेल में इतना पैसा है कि जिस तरह से WWE नामक फाइटिंग खेल में पहलवान जान की जोखिम उठा रिंग में फाइटिंग में लगे रहते हैं और रिंग के बाहर खिलाडियों के समर्थक ताली बजा मजा लेने में मशगूल रहते हैं तो वहीं उस खेल के आयोजक इस बात से ही प्रशन्न होते रहते हैं कि यह पहलवान जितनी देर तक इस रिंग में टिके रहेंगे उतनी ही धनवर्षा चलती रहेगी, कुछ इसी तरह सोनभद्र खनन क्षेत्र में किये जा रहे अवैध खनन से निकले गिट्टी बालू को बाजार तक पहुंचाने के लिए खनिज लेकर परिवहन कर रही ट्रकों को पास कराने का यह खेल भी चलता रहेगा और इस खेल के रिंग मास्टर मजा लूटते रहेंगे।
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ताजा वाकये के मुताबिक पूर्व में घोरावल कोतवाली में तैनात एक सिपाही जो कि कोतवाली का कारखास भी था, जिसका घोरावल से स्थानांतरण होने के बाद भी अपना एक प्राइवेट वसुलीकर्ता रखकर घोरावल क्षेत्र से खनिज संपदा लेकर परिवहन कर रही ट्रकों से वसूली करने का ऑडियो सोसल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से सुर्खियां बटोर रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक बिसरेखी निवासी विवेक पांडेय ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थनापत्र देकर घोरावल क्षेत्र में एक सिपाही द्वारा सीओ के नाम पर वसूली करने का आरोप लगाते हुए जांच कर कार्यवाही करने की गुहार लगायी है।विवेक ने पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में कहा है कि जब से जिला प्रशासन द्वारा वाराणसी शक्तिनगर मार्ग पर ओभरलोड व बिना परमिट के परिवहन कर रही ट्रकों पर शख्ती बरती जा रही है तब से ही ओभरलोड व बिना परमिट के इस खेल में लिप्त लोगों ने अपना रास्ता बदल जुगैल से होते हुए सोन नदी में कोलिया घाट पर बने नए पुल से घोरावल के रास्ते ट्रकों को निकाल रहे हैं और यहीं से यह खेल भी शुरू हो रहा है।उनके मुताबिक वह एक टीपर चलवाते हैं और हमेशा परमिट लेकर चलते हैं इसके बाद भी उन्हें उक्त सिपाही द्वारा परेशान किया जा रहा है और पैसा देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
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विवेक पांडेय ने पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र में कहा है कि पूर्व में घोरावल कोतवाली में तैनात सिपाही, जिसका वर्तमान में यहाँ से स्थानांतरण भी हो चुका है पर सत्ताधारी दल के एक विधायक के करीबी होने के कारण वह अपना एक प्राइवेट वसुलीकर्ता रखकर लगातार घोरावल क्षेत्र से वसूली में लिप्त है। विवेक पांडेय ने अपना व उक्त सिपाही व उसके तथाकथित वसुलीकर्ता के बीच हुए बातचीत का ऑडियो भी सोसल मीडिया प्लेटफार्म पर जारी किया है जिसमें उक्त लोग सीओ के नाम पर पैसा देने की बात करते हुए सुने जा सकते हैं।फिलहाल उक्त ऑडियो की सच्चाई की पुष्टि विंध्यलीडर नहीं करता है।मिली जानकारी के मुताबिक टीपर संचालक विवेक पांडेय द्वारा पुलिस अधीक्षक को दिये प्रार्थना पत्र पर जांच बैठा दी गयी है और जांच में सच्चाई भी सामने आ ही जाएगी पर और जो भी दोषी होंगे उन्हें उचित दंड भी मिल जाएगा पर सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि इस तरह के वाकयों से पुलिस की साख को जो बट्टा लगेगा क्या उसकी भरपाई भी हो पाएगी ?
उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए पूर्वांचल नव निर्माण मंच के नेता गिरीश पाण्डेय ने पुलिस अधीक्षक सोनभद्र से वसूली में लिप्त उक्त सिपाही के फोन नंबर तथा उसके द्वारा नियुक्त पासर के नंबर पर हुई बातचीत तथा एकाउंट ट्रांजेक्शन की जांच, टीम गठित करते हुए कराने की मांग के साथ ही आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की मांग किया है।
गिरीश पाण्डेय ने जारी बयान में कहा है कि सरकार की दोषपूर्ण खनन नीति का ही परिणाम है कि खनन की आड़ में क्षेत्र में तेजी से अवैध खनन और अवैध परिवहन का कारोबार लगातार बढ़ रहा है। बेरोज़गारी का दंश झेल रहे नौजवान किस्तों पर गाड़ियां निकालकर किसी तरह जीवकोपार्जन कर रहे हैं, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी होनी चाहिए थी न कि उनको ही लूटकर बर्बाद करना।