सोनभद्र

सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण

केंद्र की सरकार लोगों की मदद और सक्षम लोगों को अवसर देने वाली सरकार है
” सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण”
 ग्रामीण मीडिया कार्यशाला में विधायक भूपेश चौबे ने कहा
जनकल्याणकारी योजनाओं का सकारात्मक एवं विकासात्मक रिपोर्टिंग करने की जरूरत–एडीजी विजय कुमार
पत्रकार का अपडेट रहना बहुत जरूरी -डा. बाला लखेन्द्र
 सोनभद्र जनपद के ओबरा में पत्रकारों के साथ एकदिवसीय वार्तालाप संपन्न
वार्तालाप कार्यक्रम में लाभार्थियों ने भी अपनी बातों को रखा
 जिले के विभिन्न कस्बों से 50 से अधिक पत्रकारों ने किया प्रतिभाग

सोनभद्र । ओबरा । सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) वाराणसी के तत्वावधान में सोनभद्र जनपद के ओबरा में क्षेत्रीय पत्रकारों और भारत सरकार के बीच संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से वार्तालाप का आयोजन मंगलवार को किया गया। इस कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों के 50 से अधिक पत्रकारों ने हिस्सा लिया।

कार्यशाला का विधिवत शुभारंभ राबर्ट्सगंज विधायक भूपेश चौबे, पत्र सूचना कार्यालय और सीबीसी, लखनऊ के अपर महानिदेशक विजय कुमार, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ बाला लखेंद्र, खंड विकास अधिकारी सुनील वर्णवाल, वरिष्ठ लेखक अजय शेखर, पीआईबी वाराणसी के मीडिया एवम् संचार अधिकारी प्रशांत कक्कड़ ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया।

बतौर मुख्य अतिथि कार्यशाला को संबोधित करते हुए राबर्ट्सगंज विधायक भूपेश चौबे ने कहा कि स्वच्छ पत्रकारिता लोकतंत्र की प्राण है। निर्भयता पूर्वक सच्ची व अच्छी पत्रकारिता करना आपका कर्तव्य है। आपकी रिपोर्ट सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में केंद्र और राज्य की सरकार लोगों की मदद और सक्षम लोगों को अवसर देने वाली सरकार है। यह काम करने के साथ लोगों को कर्तव्यों का अहसास कराने वाली सरकार है।

पत्र सूचना कार्यालय और सीबीसी, लखनऊ के अपर महानिदेशक विजय कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के सकारात्मक एवं विकासात्मक रिपोर्टिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस वार्तालाप का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि मीडिया सरकार की आंख और कान के रूप में कार्य करता है और प्रतिक्रिया प्राप्त करने व जमीनी स्तर पर योजनाओं के कार्यान्वयन के संबंध में चिंताओं को दूर करने के लिए इस तरह का समन्वय आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि यह वार्तालाप कार्यक्रम दोतरफा संवाद का माध्यम है और इस आकांक्षी जिले में ऐसे कार्यक्रम कराने का उद्देश्य यही है कि विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के लोग ज्यादा से ज्यादा उठा सकें। तथ्यों पर आधारित पत्रकारिता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि खबर की प्रमाणिकता की पुष्टि के लिए पीआईबी फैक्ट चेक की प्रणाली अपनाई गई है। किसी भी तथ्य की पुष्टि करने के लिए पीआईबी की वेबसाइट पर जाकर आवेदन किया जा सकता है।

वरिष्ठ लेखक अजय शेखर ने अपने क्षेत्र में पत्रकारों की सकारात्मक भूमिका की सराहना की। उन्होंने एक मंच पर विधायिका, कार्यपालिका और पत्रकारों को एकजुट करने के लिए पीआईबी को धन्यवाद दिया।

खंड विकास अधिकारी शुभम वर्णवाल ने कहा कि सरकार और जनता के बीच मीडिया की भूमिका अहम है। इसलिए इसकी उपयोगिता और गंभीरता हमेशा बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने इस दौरान विकास खंड की विभिन्न योजनाओं की स्थिति को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि आप पत्रकार साथियों की रिपोर्ट हमें बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं।

ग्रामीण मीडिया कार्यशाला में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों ने अपने विचार को रखा। बिल्ली मारकुंडी की पूनम देवी ने आजीविका मिशन से उनके जीवन में आए बदलाव की चर्चा की। साबुनिशा ने कहा कि सिलाई से मिले ट्रेनिंग से हमारी आजीविका अब अच्छी चल रही है। इसकी कमाई से हमने अपने पति के पैरों का इलाज करवाया है।

इस संगोष्ठी के दौरान पुष्पा देवी और शकुंतला ने अपनी बातों को रखा। फूलमती देवी ने कहा कि आज राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के कारण हमें बाहर निकलने का मौका मिला।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में मीडिया जगत के वरिष्ठ पत्रकारों ने ग्रामीण पत्रकारों को लेखन शैली और ग्रामीण पत्रकारों की चुनौतियों के बारे में बताया। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ बाला लखेंद्र खबरों के फॉलो अप के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता के आंदोलन में पत्रकारिता महत्वपूर्ण हथियार रहा है। यह राष्ट्रीय और जनचेतना जगाने का माध्यम बना। पत्रकार साथियों को यह उद्देश्य आज भी बरकरार रखने की जरूरत है।

वरिष्ठ पत्रकार राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि आज की पत्रकारिता कई चुनौतियों से जूझ रहा है। ऐसे हालात में अच्छी, स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता की समाज में जरूरत और बढ़ गई है।
वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र नीरव ने कहा कि समय के साथ मीडिया के कार्यशैली में व्यापक बदलाव आया है। इंटरनेट के माध्यम से अब खबरें सेकेंड में पाठकों के पास पहुंच जाती हैं। लिहाजा हमें खबरों को परोसने के दौरान अब ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
पत्र एवं सूचना कार्यालय, वाराणसी के प्रभारी और कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रशांत कक्कड़ ने कहा कि पीआईबी की पहुंच राष्ट्रीय तथा प्रदेश की राजधानियों के पत्रकारों तक सीमित ना रह कर जिला तथा खंड स्तर पर कार्य करने वाले मीडिया कर्मियों तक भी पहुंचा है।

उन्होंने भारत सरकार द्वारा पत्रकारों के कल्याण के लिए चलाई जा रही पत्रकार कल्याण योजना के बारे में जानकारी दी गई और कहा कि इस योजना के माध्यम से पत्रकारों को कार्य करते समय होने वाली दुर्घटना या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। कोरोना काल में यूपी में अनेक पत्रकारों को इस प्रकार की सहायता राशि भारत सरकार द्वारा दी गई है।

कोई भी पत्रकार सूचना और प्रसारण मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर अपना विवरण भरकर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकता है तथा इस योजना के बारे में समुचित जानकारी मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है। मंच संचालन और ग्रामीण क्षेत्र और विकासात्मक रिपोर्टिंग में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की भूमिका पर चर्चा की।

धन्यवाद ज्ञापन सोनभद्र जनपद के दूरदर्शन संवाददाता सुनील तिवारी ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में वरिष्ठ पत्रकार सतीश भाटिया, पसूका वाराणसी के  सत्येंद्र कुमार, शिव कुमार झा और बीरबल पाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!