वैनी/सोनभद्र ( सुनील शुक्ला )
— हॉस्पिटल के भवनो की दीवारों खिड़कियो पर लग गये जंगल पेड़।
वैनी। एक तरफ जहां सरकार साफ सफाई व स्वछता के नाम पर लाखो करोड़ो रुपये पानी की तरफ बहा रही हो वही लोगों के स्वास्थ्य की जम्मेदारी जिनके कंधों पर है वही बीमार दिख रहा है और कोढ़ में खाज यह कि स्वच्छ भारत मिशन को ठेंगा दिखा रहे समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगवां वैनी के कुछ कर्मचारी।
सोनभद्र के सबसे पिछड़े इलाकों में से शुमार विकास खण्ड नगवां सोनभद्र के वैनी मे सरकार द्वारा संचालित समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगवां वैनी मे करोड़ो रुपये की लागत से बनी तीस वेड की विल्डिंग खुद बीमार पड़ी हुई है। विशेषज्ञ बताते हैं कि अधिकांश बीमारियों की जड़ गन्दगी होती है शायद इसीलिए पिछले कुछ समय से सरकार साफ सफाई पर खूब ध्यान दे रही है और गांव गांव सफाई कर्मियों की नियुक्ति भी की गई है इसके बावजूद भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वैनी में गंदगी का अंबार खड़ा है।आप खुली आंखों से हॉस्पिटल के चारो ओर जंगल, झाड़िया, कूड़ा ,मेडिकल वेष्ट सहित अन्य गंदगी का अम्बार लगा हुआ है ।भवन की दीवारों पर उग आए पेड़ की जड़ें हॉस्पिटल की दीवारों में पैबस्त होकर उनकी दरों दीवारों को लगातार कमजोर करने में लगीं हैं और हॉस्पिटल के सफाई कर्मचारी अपने चहेते मेडिकल स्टाफ के कमरों की सफाई कर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ले रहे हैं। हॉस्पिटल की दीवारों पर लगे टाइल्स को उखाड़ते हुए पेड़ पौधे खिड़कियो से होकर हॉस्पिटल मे अंदर प्रवेश कर रहे है और हॉस्पिटल की विल्डिंग को भी जर्ज़र कर रहे है।
यहां आपको बताते चलें कि सोनभद्र के सबसे दुरूह इलाकों में शुमार नगवां ब्लाक जहां की अधिकांश आबादी गरीबी रेखा से भी नीचे जीवन यापन कर रही है जिनके स्वास्थ्य की पूरी जिम्मेदारी वैनी स्थित इसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर है जहाँ प्रतिदिन हज़ारों की संख्या में लोग ऑपरेशन , नसबन्दी, डिलीवरी सहित अन्य स्वास्थ्य सम्बंधित बीमारी का इलाज कराने आते हैं,परन्तु स्थिति यह है कि इलाज कराने आये लोगो मे इन्फेक्शन होने का खतरा बना रहता है। जानकारी के मुताबिक हॉस्पिटल की साफ सफाई के लिए तीन सफाई कर्मचारी व एक चौकीदार भी नियुक्त किये गये है इसके बावजूद भी मौके पर हॉस्पिटल में चारों तरफ जंगल झाड़िया व गंदगी का अम्बार लगा हुआ है।
इस संबंध मे प्रभारी अधीक्षक समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नगवां वैनी रोहित सिंह से बात करने पर बताया गया की हॉस्पिटल की साफ सफाई के लिए ठीकेदार/ संविदा के माध्यम से तीन संविदा सफाई कर्मिचारियों की नियुक्ति की गई है और एक खुद हॉस्पिटल का सफाई कर्मचारी नियुक्त है। अतिरिक्त कार्य के लिए खण्ड विकास अधिकारी से सफाई कर्मचारियों की डिमांड कर कार्य कर कराया जाता है। जब सरकार के तरफ से सफाई की इतनी पुख्ता व्यवस्था की गई है इसके बावजूद भी वैनी स्थित सरकारी हॉस्पिट खुद बीमार की दशा को प्राप्त है आखिर इसका जिम्मेदार कौन है ?