सत्ता से समझौते के मूड में नहीं हैं – धनंजय सिंह
जौनपुर । जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को 7 साल की सज़ा होने के बाद यह साफ़ हो गया है कि फिलहाल वह चुनावी लड़ाई से बाहर हो चुके हैं। अब उनकी अगली रणनीति क्या होगी यह सवाल हर जुबान पर है। सजा के बाद कोर्ट की सीढ़ियां उतरते और पुलिस की वैन में बैठते हुए उनकी शारीरिक भाषा यह बता रही थी कि वह सत्ता से समझौते के मूड में नहीं हैं। उन्होंने मीडिया से साफ़ कहा कि मुझे चुनाव से रोकने के लिए साज़िश रची गयी। ऐसे में हर किसी के मन मे एक ही सवाल है, क्या होगा धनंजय का अगला कदम, क्या श्रीकला उतरेंगी मैदान में ।
जानिए कौन हैं श्रीकला ?
श्रीकला रेड्डी सिर्फ़ धनंजय सिंह की पत्नी ही नहीं हैं। वह जौनपुर की ज़िला पंचायत अध्यक्ष भी हैं। उनका यह परिचय भी अधूरा है। श्रीकला दक्षिण भारत के एक बड़े राजनैतिक और व्यपारिक परिवार से हैं। उनके पिता जितेंद्र रेड्डी तेलंगाना के विधायक रहे। श्री कला तक़रीबन 800 करोड़ चल अचल संपत्ति की मालकिन हैं। कल धनंजय पर दोष सिद्ध होने के बाद जब वह पति से मिलने जेल पहुँची तो उनकी बॉडी लैंग्वेज किसी सामान्य ग्रहणी की नहीं थी। मौके पर मौजूद लोगों और मीडिया कर्मियों ने इस बात को नोटिस भी किया।
धनंजय सिंह की गिरफ्तारी का जौनपुर के राजनीति पर क्या होगा असर ?
धनंजय सिंह भले की की आपराधिक आरोप में जेल गए हैं लेकिन जन चर्चा यही है कि उन्हें चुनाव से रोकने के लिए हाई लेबल पर साज़िश रची गयी। पूरे दिन चट्टी चौराहों पर यही चर्चा रही कि धनंजय से हार के डर से भाजपा ने खेल कर दिया। फिलहाल धनंजय सिंह के पक्ष में जबरदस्त हमदर्दी की लहर है। ऐसे में अगर श्रीकला को इंडिया गठबंधन प्रत्याशी घोषित कर दे तो भाजपा को जौनपुर की दोनों सीटें बचाना मुश्किल हो जाएगा।
हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीमकोर्ट तक के दरवाज़े खटखटाने और उससे निकले नतीजों के बाद धनंजय सिंह का अगला कदम क्या होगा यह इंतजार जौनपुर के हर ख़ास-ओ-आम को है।