शिक्षकों के अपमान , विद्यार्थियों की उपेक्षा के खिलाफ धरना कल से
ओबरा । सोनभद्र । Sonbhdra News । ओबरा इण्टर कॉलेज में शिक्षकों के अपमान और विद्यार्थियों की उपेक्षा के खिलाफ निकट गांधी मैदान आठ सितंबर को धरना प्रात: आठ बजे से दिया जाएगा। उक्त बातें ओबरा इंटर कॉलेज बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक आनंद कुमार ने कही।
संयोजक ने कहा कि ओबरा इंटर कॉलेज को निजी हाथों में सौंप दिया गया है, जो अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, आदिवासी, ओबीसी, जरूरतमंद गरीब विद्यार्थियों के साथ घोर अन्याय है जबकि हमारा संगठन हमेशा से ओबरा इण्टर कॉलेज के प्रांतीकरण करने की माँग कर रहा है, जिसे अनदेखी करते हुए कॉलेज को निजी हाथों में सौंप दिया गया है।
संयोजक आनन्द कुमार ने बताया कि इसके विरोध में ओबरा इण्टर कॉलेज बचाओ संघर्ष समिति ने 11अप्रैल 2023 को ओबरा इण्टर कॉलेज के प्रांगण में धरना दिया गया था। 12 अप्रैल 2023 को उप-जिलाधिकारी ने छात्रों को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन देकर धरने से छात्रों को उठा दिया था। मांगे नहीं माने जाने पर एक सप्ताह पूर्व उपजिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया था।
तीन सूत्री मांगों के बारे में ओबरा इंटर कॉलेज बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक आनंद ने कहा कि ओबरा इण्टर कॉलेज ओबरा उत्पादन निगम या सार्वजनिक या प्रांतिकरण या राजकीय क्षेत्र में पूर्व की भाँति संचालित किया जाए, जो कि जनहित में होगा। कॉरपोरेट सोशल (सीएसआर) का धन (सीएसआर) के मद में ओबरा और निकटवर्ती क्षेत्रों में ही किया जाए न कि डीएवी या उसके जैसे किसी अन्य संस्थान को दिया जाए जिसमें गरीब बच्चों की पढाई न हो सके।
सी.एस.आर. के धन को ओबरा इण्टर कॉलेज और स्थानीय विद्यालय को देकर पूर्व की भाँति न्यूनतम शुल्क पर ही पढ़ाई की जाए। सी.एस.आर. के धन की जाँच कराई जाए।शिक्षकों के खाली पदों पर तत्काल नियुक्ति की जाए। विद्यार्थियों की समस्याओं को नजर अंदाज किया जा रहा है, वहीं शिक्षकों को भी कॉलेज कैंपस में अपमानित किया जा रहा है।
संबंधित मांगों पर कहा कि गंभीरतापूर्वक हमारी मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई। बाध्य होकर धरना दिया जा रहा है। आंदोलनरत उपेक्षित विद्यार्थियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई तो धरना अनिश्चित काल में परिवर्तित कर दी जाएगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी ओबरा इंटर कॉलेज डीएवी प्रबंधन की होगी।