सोनभद्र। पिछले दो तीन दिनों से सोसल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे एक व्यक्ति मेज पर रुपये गिन कर गड्डी बना रहा है। छानबीन से पता चला है कि उक्त व्यक्ति वन विभाग का कर्मचारी है और वह अपने कार्यालय में ही पैसा गिन रहा है।अब यह तो जांच का विषय है कि उक्त पैसा किस प्रकार व किस कार्य के लिए उक्त कर्मचारी को मिला है।
फिलहाल उक्त विडियो वायरल करने वाले स्थानीय निवासी ने बताया की सोनभद्र वनप्रभाग में पटना रेंज के अंतर्गत बैजनाथ बीट के रामपुर करौंदिया कंपाट नम्बर 5 रोपावनी वर्ष 2018 प्रथम व द्वितीय के लगभग 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल को रेंजर द्वारा काफी मात्रा में धन लेकर स्थानीय किसानों को बेच दिया गया है और मौके पर उसमे पेड़ नही अपितु सरसो की फसल लहलहा रही है । प्राप्त सूचना के अनुसार वन विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है जिसमे वन विभाग के कर्मचारी वन रेंज की ज़मीनों पर कुछ पैसों की एवज में लोगों को कब्जा दिलवाने के कार्य में लगे हैं।

इतना ही नही वन कर्मियों द्वारा ज़मीनों को बेचने के साथ-साथ जमीनों को देकर लगान भी वसूला जा रहा है।लोगों का आरोप है कि उक्त वन विभाग का कर्मी वन विभाग की ज़मीनों पर कब्जाधारियों से मिली रकम को ही अपने कार्यालय में बैठ कर गिन रहा है। मामले को गंभीरता से लेते हुए पूर्वांचल नव निर्माण मंच के नेता श्रीकांत त्रिपाठी ने वन विभाग के जिम्मेदार उच्चाधिकारियों से विडियो के सत्यता की जांच कराते हुए वन भूमि बेचने वाले कर्मियों को बर्खास्त करते हुए उनकी संपत्ति कुर्क करने की मांग की है । पूर्वांचल नव निर्माण मंच के नेता त्रिपाठी ने कहा ऐसा करके ये भ्रष्टाचारी जन जीवन को दोहरा दंश दे रहे हैं । पर्यावरण संरक्षण के नाम पर आने वाले धन को भी ये पूरा-पूरा डकार रहे हैं और वन भूमियों पर अवैध कब्जे को संरक्षण देकर भविष्य में प्रशासन व आम जनता को आमने सामने खड़ा कर संघर्ष पैदा करने की जमीन भी तैयार कर रहे हैं।अतः ऐसे लोगों पर कठोर कार्यवाही की जानी चाहिए।

पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच के नेता गिरीश पाण्डेय ने बताया कि इस मामले में ईमेल के माध्यम से पत्र तथा वायरल विडियो भेजकर जिलाधिकारी सोनभद्र तथा शासन से कार्रवाई की मांग किया जायेगा साथ ही सोमवार को डीएफओ संजीव कुमार सिंह को ज्ञापन भी सौंपा जांच की करते हुए उक्त भरष्टाचार में लिप्त कर्मचारी पर कठोर कार्यवाही की मांग की जाएगी।
