दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि ‘अग्निपथ’ योजना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और गृह मंत्रालय द्वारा लाई गई है और इसे सेना पर थोपा गया है। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सदन में लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के अनुभव का उल्लेख किया और कहा कि उन्हें इस दौरान जनता की आवाज को बहुत गहराई से सुनने का मौका मिला।राहुल गांधी ने दावा किया, ‘राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी और महंगाई जैसे शब्द एक भी बार नहीं आए।’ उन्होंने यह भी कहा कि वह अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान देश में जहां भी गए, हर जगह अडाणी नाम सुनने को मिला। उद्योगपति गौतम अडाणी के समूह से जुड़े हालिया घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में उनके नाम का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं देश में जहां-जहां गया, हर जगह एक ही नाम अडाणी सुनाई दिया; लोगों ने पूछा कि इनका हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री के साथ क्या रिश्ता है।’

राहुल गांधी ने कहा कि ‘हमने तीन हजार 600 किमी की भारत जोड़ो यात्रा संपन्न की, इससे हमें बहुत कुछ सीखने को मिला। मैंने सोचा कि इतनी दूरी चलनी है, मुश्किल है, लेकिन किया जा सकता है। आजकल की राजनीति में जो हमारी पुरानी प्रथा थी, पैदल चलने की, उस परंपरा को शायद भूल चुके हैं। मैं भी उनमें शामिल था। जब पैदल चला जाता है, कम से कम 400 किमी, तो दर्द होता है, मुश्किल आती है।
हम लोगों की आवाज सुन रहे थे। लेकिन हम चाहते थे हम भी उनसे पूछें। लेकिन थोड़ी देर चलने के बाद मुझमें एक बदलाव आया। हमने हजारों लोगों से बात की। मैंने जो भी सुना, वह पहली बार था। तब हमें जनता की आवाज गहराई से सुनाई देने लगी। फिर यात्रा हमसे बोलने लगी। ‘राहुल ने कहा कि ‘हमने हजारों किसानों से भी बात की। पीएम किसान बीमा योजना के बारे में भी बात की। किसी ने कहा कि जमीन छीन ली, किसी ने कहा कि सही दाम नहीं मिलते। आदिवासियों ने कहा कि जमीन छीनी जा रही है। मुख्य जोर- बेरोजगारी, महंगाई और किसान था। किसान बिल की समस्या भी थी, लोगों ने अग्निवीर पर भी अपनी राय रखी।’राहुल ने कहा कि ‘हिंदुस्तान का युवा अग्निवीर से सहमत नहीं है। वह पेंशन को लेकर भी चिंतित है। सीनियर अधिकारियों ने कहा कि अग्निवीर योजना आरएसएस की ओर से आई है। यह थोपी गई व्यवस्था है और इससे सेना कमजोर होगी, क्योंकि हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने के चार साल बाद अग्निवीर जब दुबारा समाज में लौटेंगे तब वह बेरोजगार हो चुके होंगे। फिर क्या होगा ? अजीत डोभाल ने यह योजना देश की सेना पर थोपी है। आर्मी के लोग कह रहे हैं कि यह योजना नहीं चाहिए।
लोकसभा में अडाणी मुद्दे पर भी भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि ‘2014 में दुनिया के अमीर लोगों की लिस्ट में अडाणी 609 नंबर पर थे, पता नहीं कौन सा जादू हुआ और वह दूसरे नंबर पर आ गए। लोगों ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूछा आखिर यह सफलता अदाणी को कैसे मिली ? और इनका भारत के प्रधानमंत्री के साथ क्या रिश्ता है ?राहुल गांधी ने कहा मैं बताता हूं कि यह रिश्ता काफी साल पहले शुरू हुआ जब नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे।’

‘अडाणी समूह को फायदा पहुंचाने के लिए बदले गए नियम’
संसद में बोलते हुए राहुल ने कहा कि ‘अडाणी के लिए एयरपोर्ट के नियमों में बदलाव किए गए, नियमों को बदला गया और नियम किसने बदले यह जानना देश के लिये जरूरी बात है। पहले यह नियम था कि अगर कोई एयरपोर्ट के व्यवसाय में नहीं है तो वह इन एयरपोर्ट को नहीं ले सकता है। इस नियम को भारत सरकार ने अडाणी के लिए बदला। ‘राहुल ने कहा कि ‘भारत सरकार ने CBI-ED पर दबाव डालकर एजेंसी का प्रयोग करते हुए GVK से लेकर एयरपोर्ट को अडाणी को दिलवाया। नियम बदलकर अडाणी को 6 एयरपोर्ट दिए गए। मैं इसके सबूत भी दे दूंगा। ड्रोन सेक्टर में भी अडाणी का कोई अनुभव नहीं था। राहुल गांधी ने कहा कि ‘अडाणी के पास रक्षा क्षेत्र में शून्य अनुभव है। कल पीएम ने एचएएल में कहा कि हमने गलत आरोप लगाए। लेकिन असल में एचएएल का 126 विमानों का ठेका अनिल अंबानी के पास गया।
‘एलआईसी का पैसा अडाणी की कंपनी में क्यों डाला गया ?
राहुल ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से SBI एक बिलियन डॉलर का लोन अडाणी को देता है। प्रधानमंत्री फिर बांग्लादेश गए और 1500 मेगावाट बिजली का ठेका अडाणी को चला जाता है। LIC का पैसा अडाणी की कंपनी में क्यों डाला गया?’देश यह भी जानना चाहता है।

राहुल ने पूछा कि अडाणी ने बीजेपी को 20 साल में कितने पैसे दिए? पहले मोदी अडाणी के जहाज में जाते थे अब अडाणी मोदी के जहाज में जाते हैं। मोदी और अडाणी एक साथ काम कर रहे हैं।’
राहुल ने पूछा कि अडाणी ने बीजेपी को 20 साल में कितने पैसे दिए? पहले मोदी अडाणी के जहाज में जाते थे अब अडाणी मोदी के जहाज में जाते हैं। मोदी और अडाणी एक साथ काम कर रहे हैं।’