यूपी की योगी सरकार ने आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश के अति संवेदनशील 12 जिलों के लिए खास प्लान बनाया है. सरकार यहां एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) का सेंटर खोलने जा रही है. इसके लिए जमीन का आवंटन शुरू कर दिया गया है.
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लखनऊ । उत्तर प्रदेश में आतंकी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा फैसला किया है. मुख्यमंत्री ने यूपी में अतिसंवेदनशील जिलों में एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) की 12 नई इकाइयों की स्थापना की मंजूरी दी है. मंगलवार को देवबंद समेत ATS की 12 इकाइयों की नींव रखने की संस्तुति करते हुए आदेश जारी किए हैं. साथ ही एटीएस को और मजबूत करने के लिए प्रस्ताव मांगा है, आशा है कि जल्द ही एटीएस को और अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किया जाएगा और समुचित मानव संसाधन उपलब्ध कराया जाएगा.

एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश के अतिसंवेदनशील दस जिलों मेरठ, अलीगढ़, श्रावस्ती, बहराइच, ग्रेटर नोएडा (जेवर एयरपोर्ट), आजमगढ़ (निकट एयरपोर्ट), कानपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर और सहारनपुर के देवबंद में ATS कमांडो ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि, कमांडो सेंटर की स्थापना के लिए यूपी सरकार ने संबंधित जिलों में भूमि का आवंटन कर दिया है. कुछ चुनिंदा अफसरों को भी जिलों में तैनात कर दिया गया है. एडीजी लॉ एंड आर्डर का दावा है कि, इंजीनियर और आर्किटेक्ट भूमि का नक्शा तैयार कर भवनों के निर्माण का काम जल्द शुरू कर देंगे. उन्होंने बताया कि, इसके साथ ही वाराणसी और झांसी में भी ATS कंमाडो सेंटर की स्थापना के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया चल रही है.

एडीजी लॉ एंड आर्डर का कहना है कि, यूपी में NSG की तरह आतंकियों से निपटने के लिए ख़ौफनाक ऑपरेशन के लिए स्पॉट की पांच टीमें और स्नाईपर्स की चार टोलियां तैयार की गई हैं. स्पॉट की दो टीमें प्रशिक्षण ले रही हैं और दो अन्य टीमें भी तैयार की जा रही है. इसके अलावा यूपी पुलिस की पहली स्नाईपर्स टीम की चार टोलियां तैयार की गई हैं, जिसे राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) ने प्रशिक्षण दिया है. एटीएस के विशेष पुलिस संचालन दल (स्पॉट) का गठन 2017 में किया गया था. स्पॉट कर्मियों ने बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी आदि पुलिस के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों से प्रशिक्षण लिया है. यही नहीं, एटीएस को और अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए इंडो-नेपाल बॉर्डर पर बहराइच और श्रावस्ती में एटीएस की नई फील्ड यूनिट स्थापित की जा चुकी है और कार्य सुचारु रूप से चल रहा है.

यूपी एटीएस (UP ATS) ने कई आतंकी संगठनों के 69 आतंकियों और कई अन्य अपराधों के संबंधित 216 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसमें क्रमशः आईएसआईएस, हिजबुल मुजाहिद्दीन, जैश-ए-मोहम्मद, जेएमबी, आईएसआई जासूस, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई), नक्सल, टेरर फंडिंग, एबीटी/बांग्लादेश, बब्बर खालसा, जाली भारतीय मुद्रा आदि आतंकवादी संगठन शामिल हैं. UP ATS ने यूपी से लेकर 24 राज्यों में फैले अवैध धर्मांतरण का सिंडीकेट का खुलासा किया था. संगठित रूप से मूक-बधिर बच्चों, महिलाओं व कमजोर आय वर्ग के लोगों को डरा-धमका कर तथा उन्हें तरह-तरह के प्रलोभन देकर उनका धर्मांतरण कराए जाने के मामले में दिल्ली निवासी मो. उमर गौतम व मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी को गिरफ्तार किया था.

उमर गौतम दिल्ली से संचालित संस्था इस्लामिक दावा सेंटर (IDC) के जरिए अपनी गतिविधियों को बढ़ा रहा था. तब प्रदेश के अलावा दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, केरल व आंध्र प्रदेश तक में धर्मांतरण कराए जाने के साक्ष्य मिले थे. युवतियों का धर्मांतरण कराकर उनकी मुस्लिम युवकों से शादी कराने के मामले भी सामने आए थे. एटीएस ने बीते दिनों उमर के सक्रिय साथी हरियाणा निवासी मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान, महाराष्ट्र के निवासी इरफान शेख व दिल्ली निवासी राहुल भोला को भी गिरफ्तार किया था. इस मामले में अब तक नौ आरोपितों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.