सोनभद्र । म्योरपुर ब्लाक के मकरा ग्राम पंचायत में रहस्यमयी मलेरिया बुखार से लगातार हो रही मौतों को लेकर दुद्धी विधायक हरी राम चेरो का गुस्सा स्वास्थ्य विभाग पर फूट पड़ा । दुद्धी से विधायक हरिराम चेरो ने मलेरिया बुखार से हो रही आदिवासी समुदाय के लोगों की मौत के लिए स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराया है ।

विधायक हरिराम चेरो ने सीएमओ पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं । साथ ही विधायक ने बताया कि उनके इलाकों में स्थापित फैक्टरियों से निकलने वाला केमिकल लोगों के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव डाल रहा है । उसी केमिकल युक्त न पीने योग्य पानी की देन है कि आज लोग असमय काल के गाल में समा जा रहे हैं और लगातार स्वास्थ्य विभाग इन आदिवासियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है।लापरवाह स्वास्थय विभाग के लोग अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति में लगे हैं इन्हें इन गरीब आदिवासी समुदाय के लोगों के स्वास्थ्य से लगता है कि कोई लेना देना नहीं है।उन्होंने कहा कि एक मलेरिया निरीक्षक के चंगुल में लगता है पूरा का पूरा स्वास्थ्य विभाग फंस कर दम तोड़ रहा है।इसकी जांच कर कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री से मिलकर अनुरोध करूंगा।

आपको बतादें कि म्योरपुर ब्लाक के मकरा ग्राम पंचायत में रहस्यमयी मलेरिया बुखार से पिछले कुछ ही दिनों में लगभग तीन दर्जन लोगों की मौत हो गयी है जबकि बड़ी संख्या में लोग खाट पर पड़े हैं । ग्रामीणों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के लोग आंकड़ों को छुपाने के कार्य मे लगे हैं जबकि वास्तविकता में मौतें अधिक मात्रा में हुई हैं। इस मामले में ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहराया है जबकि जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दे दिये हैं ।

कुल मिलाकर जांच रिपोर्ट क्या आएगी यह तो वक्त ही बताएगा मगर जिन लोगों की जिन्दगी चली गयी उसके लिए जिम्मेदार कौन है इस पर अभी कोई भी बोलने को तैयार नही है सभी अपनी अपनी पूंछ बचाने में लगे हैं। इन मौतों के लिए लगभग सभी जिम्मेदार सरकारी विभाग बलि का बकरा तलाश रहे हैं।अब समय ही बताएगा कि स्वास्थ्य विभाग की बिछाई जाल में कौन फंसता है और किसकी बलि चढ़ती है। फिलहाल लगातार हो रही मौतों पर सरकारी सियासत जारी है और खासबात यह है कि आदिवासियों की लगातार हो रही मौतों पर सोनभद्र के सियासतदानों ने फेविकोल लगाकर अपनी जुबां बन्द कर ली है।
