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प्लास्टिक मुक्त पंचायत सोनभद्र के प्रयास (नवाचार) को मिली नई उड़ान,  प्रादेशिक कार्यशाला में सोनभद्र को प्रदेश स्तर से मिला द्वितीय पुरस्कार

लखनऊ। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत सभी जनपदों में अच्छे एवं नवाचार कार्य किए जाने का निर्देश पंचायत राज निदेशालय द्वारा दिया गया था।उसी की प्रगति जांचने के लिए पिछले सप्ताह लखनऊ स्थित होटल दयाल गेटवे में उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों के कंसल्टेंट, जिला पंचायत राज अधिकारी और उप निदेशक पंचायत ने पंचायत विभाग से आयोजित एक कार्यशाला में प्रतिभाग किया।

कार्यशाला में 29 जिलों ने अपने यहां कराए हुए नवाचार का प्रस्तुतीकरण किया। जिसमें जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण द्वारा सोनभद्र में चलाए जा रहे प्लास्टिक मुक्त पंचायत अभियान का प्रस्तुतीकरण किया गया। प्रस्तुतीकरण में  बताया गया कि आज सभी जगह प्रदूषण लोगों की मूल समस्या है जिसमें प्लास्टिक सबसे बड़ा कारक की भूमिका में है क्योंकि सिंगल यूज प्लास्टिक और अन्य प्लास्टिक भी हम सब प्रयोग करने के बाद खुले वातावरण में फेंक देते हैं।इतना ही  नहीं हम या तो उस प्लास्टिक में घर से निकले अन्य कूड़े को भी भर कर फेंक देते हैं जिससे कि निस्तारण में कूड़े को सैरीगेट करना सबसे कठिन चुनौती बन जाता है।

इस चुनौती को आसान करने के लिए जनपद सोनभद्र में नवाचार के द्वारा प्लास्टिक मुक्त पंचायत अभियान चलाया गया, जिसमें हम हर घर पर बोरी लगाकर घरों में प्रयोग किए गए प्लास्टिक को उसी में रखे जाने हेतु लोगों को जागरूक किया जा रहा है तथा उस बोरी में से प्लास्टिक इकट्ठा कर उसे पंचायत में बनी आरआरसी सेंटर पर लाकर निस्तारण की कार्रवाई की जा रही है। अभी यह कार्य जनपद के 61 ग्राम पंचायत में  चल रहा था जिसकी प्रस्तुतीकरण प्रदेश स्तर पर किया गया, जिस पर मिशन निदेशक, स्वच्छ भारत मिशन एवं निदेशक पंचायती राज के द्वारा जनपद के नवाचार को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया।


यह कार्यक्रम को जनपद के सभी ग्राम पंचायतों में चलाए जाने का निर्देश डीपीआरओ ने सभी एडीओ पंचायत और सचिवों को दिया है।

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