पिछले 15 अगस्त को धंधरौल बांध में संदिग्ध परिस्थितियों में रामानुज पांडे की हुई मौत का आज क्राइम ब्रांच ने घटनास्थल पर री सीन क्रिएट कर हर पहलू की जांच की

सोनभद्र । गत 15 अगस्त को धंधरौल बांध में संदिग्ध परिस्थितियों में पिकनिक मनाने गए राबर्ट्सगंज निवासी रामानुज पांडे की हुई मौत का आज रविवार को घटनास्थल पर री सीन क्रिएट किया गया। अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा, पुलिस क्षेत्राधिकारी डॉ चारू द्विवेदी व विवेचक क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद आरोपी युवक से तमाम तकनीकी बिंदुओं पर पूछताछ की। इस अवसर पर मृतक के पिता डॉक्टर बनारसी पांडे ने कहा कि मुझे न्याय चाहिए ।मेरे पुत्र की मौत किन परिस्थितियों में हुई इसकी निष्पक्ष जांच कर दोषी को जेल की सलाखों तक पहुंचाया जाए।
यहां आपको बताते चलें कि राबर्ट्सगंज नगर निवासी पशु चिकित्सक डॉक्टर बनारसी पांडे के पुत्र रामानुज पांडे 15 अगस्त को अपने दोस्त मसदुल के साथ धधरौल बांध गए हुए थे ।लगभग 3:00 बजे के करीब डॉक्टर बनारसी पांडे को सूचना मिली की रामानुज की बांध में डूबने से मौत हो गई है।सूचना पाकर बदहवास पूरा परिवार जब मौके पर पहुंचा तो वहां उनका जवान बेटा मृत अवस्था में पाया गया । उन्होंने आरोप लगाया कि उसके दोस्त ने ही उसकी हत्या की है । उनका कहना था कि तत्कालीन रामपुर बरकुनिया थानाध्यक्ष ने उनकी तहरीर नहीं ली और इसे दुर्घटना मानते हुए केश बन्द कर दिया। इसके बाद जब डॉक्टर पांडे ने अदालत की शरण ली तो घटना के काफी दिन बाद थानाध्यक्ष ने प्राथमिकी दर्ज की । रामपुर बरकोनिया थानाध्यक्ष की भूमिका को संदिग्ध बताते हुए जब पांडे ने पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह से गुहार लगाई तो उन्होंने इसकी विवेचना क्राइम ब्रांच के तेजतर्रार इंस्पेक्टर राघवेंद्र सिंह को सौंप दी।
जैसे ही क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर को विवेचना का दायित्व मिला उन्होंने हर एक पहलू की गहनता के साथ जांच शुरू कर दी और तकनीकी जांच करते हुए ही आज वह अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्र, पुलिस क्षेत्राधिकारी चारु द्विवेदी के साथ बांध पर उक्त घटना का री सीन क्रिएट करवाया । इस मौके पर रामपुर बरकोनिया थानाध्यक्ष राम दरस के अलावा काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
घटना के रिक्रिएशन में रामानुज के वजन के बराबर पुतला तैयार कर बांध में गिराया गया , जिससे कि किस तरह उसकी मौत हुई यह जानने का प्रयास किया गया। इस मौके पर विवेचक राघवेंद्र सिंह ने वादी डॉक्टर बनारसी पांडे व आरोपी मसदुल से विस्तार से तमाम बिंदुओं पर जानकारी हासिल की। बांध पर जाने से पूर्व किन-किन स्थानों पर दोनों गए थे इसका भी बारीकी से निरीक्षण किया गया।
इस दौरान रामपुर बरकुनिया थानाध्यक्ष द्वारा रामानुज पांडे के वजन के बराबर पुतला बनाकर जिस स्थान से गिरने की बात बताई गई थी वहां से पुतले को गिराया गया। गिरते वक्त पुतले का सर कहीं भी बांध की दीवार से नहीं टकराया।इस दौरान आरोपी के भाई द्वारा बार-बार टोका टोकी की जाती रही। इस बात पर क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर राघवेंद्र सिंह ने उसे जमकर फटकार लगाई । अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्र ने डाक्टर बनारसी पांडे को भरोसा दिलाया कि उनके साथ न्याय होगा। उन्होंने कहा की अगर एक भी बिंदु दोषी के खिलाफ मिलेगा तो वह छूटेगा नहीं।