गांव में बेहतर पढ़ाई की सुविधाओं की पहुंच के लिए डिजिटल प्लेटफार्म बन रहा बरदान
सोनभद्र। समाज के लिए कुछ कर गुजरने की इच्छाशक्ति ही व्यक्ति को खास बनाती है, वैसे तो स्वयं के लाभ हेतु तो सारी दुनिया जी रही है। इसी बात को चरितार्थ किया है विकास खण्ड चोपन के शिल्पी ग्राम के उन युवाओं ने जो बाहर जाकर शिक्षा ग्रहण करने के बाद सरकारी जॉब कर रहे हैं, उन्होंने जब देखा कि उनके गांव के कुछ ऐसे विद्यार्थी जो पढ़ना तो चाहते हैं पर उनके गांव के आस पास ऐसे विद्यालय अथवा शिक्षक नहीं है जो उन्हें आगे की पढ़ाई में सही रास्ता दिखा सकें और न ही वह विद्यार्थी बाहर जाकर उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिला ले पढ़ सकने में सक्षम ही है ।

ऐसे ही विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए शिल्पी ग्राम के सरकारी नौकरी करने वाले युवाओं ने गाँव की शिक्षा को डिजिटल बनाने का बेड़ा उठाया और मिलकर खुद के पैसों से गाँव मे एक डिजिटल क्लास की व्यवस्था उपलब्ध करवा दी जिससे गाँव के होनहार बच्चे भी ईस स्मार्ट क्लास से जुड़ कर पढ़ाई में पीछे न छूट जाने के डर से निकल उच्च शिक्षण संस्थानों के समकक्ष शिक्षा ग्रहण कर अपना भविष्य सवारने की तरफ बढ़ रहे हैं।उक्त डिजिटल क्लास का शुभारंभ गाँव के बड़े बुजुर्ग एवं वर्तमान समय में चुनार नगरपालिका परिषद में कार्यरत अधिशासी अधिकारी राजपति सिंह ने किया। गाँव मे डिजिटल क्लास शुरू होने से जहा गाँव के बच्चो मे खुशी की लहर देखी गयी, वही पूरे क्षेत्र में युवाओं के इस पहल की चर्चा जोरों पर है। गांव के सफल युवाओं की इस पहल पर ग्राम प्रधान बबुन्दर , छत्रपति सिंह व गाँव के सभी व्यक्तियों ने बधाई देते हुए इनके इस कार्य की भूरि-भूरि सराहना की।