पत्रकार की हत्या पर आक्रोश, हत्यारों को फांसी देने और सुरक्षा कानून बनाने की उठी मांग

सोनभद्र। सीतापुर में भ्रष्टाचार का खुलासा करने पर पत्रकार की हत्या को लेकर पत्रकारों में आक्रोश फैल गया है। सोमवार को सोनभद्र इलेक्ट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया एसोसिएशन के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक पत्र जिलाधिकारी को सौंपा, जिसमें हत्यारों को फांसी देने और पत्रकारों की सुरक्षा के लिए विशेष कानून बनाने की मांग की गई।
पत्रकारों ने इस जघन्य घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया। इस दौरान दिवंगत पत्रकार की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया और श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

पत्रकारों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाने की मांग
पत्रकारों ने कहा कि सीतापुर में हुई यह हत्या भ्रष्टाचारियों और माफियाओं के गठजोड़ का नतीजा है, जो निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए गंभीर खतरा है। सोनभद्र में भी भ्रष्टाचार और माफियाओं के खिलाफ आवाज उठाने वाले पत्रकारों को धमकियां मिल रही हैं और उन्हें झूठे मामलों में फंसाने की साजिशें की जा रही हैं।
पत्रकारों ने प्रदेश सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग की, ताकि मीडिया कर्मियों को निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता करने का अवसर मिल सके। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो लोकतंत्र का चौथा स्तंभ खतरे में पड़ जाएगा।
इस अवसर पर विमल जालान, सतीश भाटिया, रवींद्र केशरी, शशिकांत चौबे, शांतनु विश्वास, विवेक श्रीवास्तव, ब्रजेश पाठक, कौशलेंद्र पांडेय, राकेश अग्रहरि, राजन चौबे, नीरज शुक्ला, विकास द्विवेदी, दिनेश पांडेय, आनंद चौबे, चिंता पांडेय सहित कई पत्रकार उपस्थित रहे।