पटियाला। पुराने शासकों के स्वार्थों और लालच के कारण पटियाला के सत्ता के केंद्र होने के बावजूद उसका अपेक्षित विकास न होने का दावा करते हुये पंजाब के वर्तमान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को कहा कि इन शासकों ने शहर की बुरी हालत को सुधारने की जगह अपने निजी महलों को सजाने पर अधिक ध्यान दिया। शहर के विकास के लिए 167 करोड़ रुपए के चल रहे विकास प्रोजेक्टों के काम की प्रगति का जायज़ा लेने पटियाला पहुंचे मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुये कहा कि यह कितनी हास्यास्पद बात है कि सत्ता के ‘महाराजों’ ने शहर की अपेक्षा अपने विकास की तरफ अधिक ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि पटियाला को ‘बाग़ों के शहर’ के तौर पर जाना जाता रहा है पर सत्ताधारियों के उदासीन रवैये के कारण पिछले कुछ सालों में शहर ने अपनी यह छवि गवां दी है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अफ़सोस ज़ाहिर किया कि पटियाला से सम्बन्धित रहे पंजाब के शासकों का शहर के विकास की ओर कोई ध्यान नहीं रहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में नये बस अड्डे और सड़कों के निर्माण, ड्रेन के चैनलाईजेशन और सौंदर्यीकरण के प्रोजैक्ट, मुसाफिर मेमोरियल, सैंट्रल स्टेट लाइब्रेरी में डिजिटल लाइब्रेरी के निर्माण और अन्य प्रोजैक्ट काफ़ी लंबे समय से लटके रहे। परन्तु पटियाला के विकास एवं तरक्की के लिए वचनबद्ध उनकी सरकार ने इन प्रोजेक्टों को तेज़ गति से आगे बढ़ाया है। भगवंत मान ने कहा कि शहर में बन रहे अत्याधुनिक बस अड्डे का काम पहली अप्रैल तक मुकम्मल तौर पर पूरा कर लिया जायेगा।

उन्होंने आगे कहा कि इस बस अड्डे का निर्माण भविष्य की ज़रूरतों को ध्यान में रख कर करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस अड्डे का 93 प्रतिशत काम मुकम्मल हो चुका है और इस अड्डे में आधुनिक लिफ़्ट और रैंप जैसी सहूलतें मुहैया होंगी। भगवंत मान ने कहा कि इस अड्डे से 1500 बसों का संचालन आराम से हो सकेगा और लोगों को बड़े स्तर पर सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा बस अड्डे को शहर की शटल बस सेवा के लिए भी इस्तेमाल किया जायेगा, जिससे शहर के अलग-अलग हिस्सों को बस सेवा चलाई जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर निवासियों को 24 घंटे नहरी पानी की सप्लाई यकीनी बनाने के लिए शुरू किये गए 342 करोड़ रुपए के प्रोजैक्ट में सड़कों के पुनः निर्माण के लिए 20 करोड़ रुपए अतिरिक्त खर्च किए जा रहे हैं और यह प्रोजैक्ट भी जल्द ही लोगों को समर्पित हो जायेगा। उन्होंने मॉडल टाऊन ड्रेन के चैनलाईजेशन और सौंदर्यीकरण का प्रोजैक्ट 31 मार्च तक मुकम्मल करने के लिए अधिकारियों से कहा है । उन्होंने कहा कि राजिन्दरा झील को विश्व भर के लोगों के लिए पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित किया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि मुसाफिर मेमोरियल सैंट्रल स्टेट लाइब्रेरी के डिजीटलाईजेशन पर 8.26 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि इन सभी प्रोजेक्टों पर काम समयबद्ध तरीके से मुकम्मल किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन प्रोजेक्टों को पूरा करने में किसी भी तरह की देरी कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। भगवंत मान ने कहा कि अगर निर्धारित समय में यह काम मुकम्मल न हुए तो अधिकारियों की ज़िम्मेदारी तय की जायेगी