—बंधी प्रखंड के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध।
सोनभद्र।चतरा विकासखंड के सिल्थम ग्राम पंचायत में नरसो बंधी पर एक दबंग व्यक्ति के कब्जे को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। सोमवार को बंधी पर पहुंचकर सैकड़ों ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की, ग्रामीणों का कहना है कि गांव के सैकड़ों दलित व आदिवासी भूमिहीन है लेकिन बंधी की जमीन में 50 बीघे पर एक दबंग व्यक्ति काबीज है।
वर्तमान में चल रहे बंधी के मरम्मत कार्य में भी व्यापक अनियमितता बरती जा रही है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को दिए गए पत्र में कहा है कि हो रहे कार्य की जांच कराई जाए व बांध की जमीन पर काबिज उक्त दबंग व्यक्ति को कब्जा से बेदखल कराया जाए।
ग्रामीणों ने बताया कि सिल्थम गांव की जमीन में लगभग 4 दशक पूर्व बंधी का निर्माण हुआ था, नरसो बंधी के नाम से इसे जाना जाता है ।उक्त बंधी में से सिंचाई के लिए 4 माइनर निकाली गई है। उक्त माइनरों में से सिल्थम के लिए जो माइनर निकली है उसके स्विसवाल के आगे उक्त दबंग व्यक्ति द्वारा लगभग 4 फीट ऊंची मिट्टी डाल दी गयी है, जिसकी वजह से उक्त माइनर में आगे पानी नहीं जा पाता है।
वर्तमान में जहीर खान नाम का एक दबंग व्यक्ति बंधी की लगभग 50 बीघा खेती योग्य भूमि पर कई वर्षों से खेती करता चला रहा है। जबकि उसके नाम से कई बीघा भूमि उक्त राजस्व गांव के अभिलेखों में दर्ज है।जबकि नियम है कि बंधी के अंदर खेती योग्य भूमि हर सीजन में भूमिहीन किसानों को दी जानी चाहिए। इसके बाद भी उक्त व्यक्ति विभागीय कर्मचारियों की मिलीभगत से अवैध तरीके से बंधी की खेती योग्य भूमि पर कब्जा किए हुए है।
ग्रामीणों का आरोप है कि वर्तमान में नारशो बंधी की मरम्मत के लिए कई लाख रुपए शासन स्तर से आया है। उसके बावजूद भी उक्त व्यक्ति की मिलीभगत के चलते सिल्थम माइनर के हेड की मिट्टी नहीं हटाई जा रही। इस तरह से बांध के पानी पर भी पूरी तरह उसी व्यक्ति का आधिपत्य हो गया है।इतना ही नहीं बंधी के दीवारों पर लगे पेड़ भी काट कर वह व्यक्ति बेच देता है इसमें विभाग के अधिकारियों की भूमिका भी काफी संदिग्ध है। ग्रामीणों को अधिकारियों द्वारा धमकी भी दी जाती है। अधिकारियों का कहना है कि यदि ज्यादा चूं चपड़ करोगे तो फर्जी मुकदमे में फंसा कर जेल भेज देंगे।
सोमवार को बंधी पर पहुंचकर सैकड़ों ग्रामीणों ने काम को ठप करा दिया ।इसके बाद दूरभाष पर अधिशासी अभियंता सहायक अभियंता व अवर अभियंता से बात होने पर उन लोगों ने कहा कि कार्य की जांच कराई जाएगी। ग्रामीणों का आरोप है कि हो रहे कार्य में बाल मजदूरों से मजदूरी कराई जा रही है और मजदूरी भी कम दी जा रही है ।माइनर के सिल्ट की सफाई जेसीबी से कराई जा रही है। ग्रामीणों ने कहा है कि यदि इस प्रकरण की जांच नहीं कराई गई और बंधी से दबंग का कब्जा नहीं हटाया गया तो ग्रामीण धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।