म्योरपुर । स्थानीय विकास खंड के सेंदुर मकरा ग्राम पंचायत में स्वास्थ्य महकमे के लचर प्रयासों के कारण मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है ।पिछले 24 घंटे में मासूम समेत दो की मौत से गाँव के लोगों में दहशत व्याप्त है। इससे ग्रामीणों में बुखार को लेकर हड़कंप की स्थिति बनी हुई है । लगातार स्वास्थ्य कैंप और स्वास्थ्य महकमे के प्रयासों के बावजूद भी मौत का क्रम न टूटने की वजह से ग्रामीण दहशत में है ।
ग्रामीणों ने मौतों के जिम्मेदारों की उच्चस्तरीय जांच तथा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने की मांग की है । म्योरपुर विकास खंड के सेंदुर मकरा ग्राम पंचायत में स्वास्थ्य महकमे के प्रयासों के बावजूद अबूझ बीमारी से कविता ( 11 माह ) पुत्री रामसूरत की बीती रात मौत हो गई । परिजन उसे उपचार के लिए अनपरा स्थित चिकित्सालय में ले गए थे , जहां उसकी मौत हो गई । उधर सेंदुर मकरा ग्राम पंचायत के टोला मढैया की सोनिया ( 48 वर्ष ) पत्नी शिवप्रसाद की भी अबूझ बीमारी से मौत हो गई है । दोनों मृतकों के परिजनों की मानें तो दोनों की जांच में मलेरिया पीएफ निकला था । सोनिया को मलेरिया की दवा खाने के बाद थोड़ी राहत मिलने की वजह से वह अहरौरा धान काटने गई थी , जहां उसकी मौत हो गई है । लगातार हो रही मौतों के बाद ग्रामीण दहशत में हैं । ग्रामीणों की मानें तो स्वास्थ्य महकमे द्वारा किया जा रहा प्रयास नाकाफी साबित हुआ है । ग्रामीणों ने बातचीत में बताया कि पूर्व में उनके गांव में कभी भी मच्छर रोधी दवा का छिड़काव नहीं किया गया , जिससे उन्हें मच्छरों से निजात मिल सके । उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए ।
इससे पूर्व शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने गांव में पहुंचकर स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया था , यही नहीं उन्होंने मलेरिया और डेंगू पॉजिटिव रोगी न मिलने की बात भी कही थी । ऐसे में एक बार फिर से हुई मौतों ने सीएमओ के दावे की हवा निकाल दी है तथा यह भी साफ हो गया कि वह अपने कुछ चहेते जिम्मेदार लोगों को को बचाने में लगे हैं उन्हें गरीब आदिवासी समाज के लगातार मरते मासूमों से कोई सहानुभुति नहीं है, वह केवल स्वास्थ्य विभाग के बचाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इससे यह बात तो साफ है कि स्वास्थ्य विभाग केवल अपने विभाग के जिम्मेदार लोगों को बचाने के लिए सच्चाई से इनकार कर ग्रमीणों को मुसीबत में डाल दिया है ,लोगों में स्वास्थ्य विभाग के इस रवैये के प्रति नाराजगी व्याप्त है । इस संबंध में म्योरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ राजीव रंजन ने कहा कि उनके द्वारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर स्थिति नियंत्रण में लाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है । अब देखना होगा कि उनका यह प्रयास क्या रंग लाता है ?यहाँ यह बात भी विचारणीय है कि जब तक स्वास्थ्य विभाग के लोग बीमारी की भयावहता को स्वीकार नहीं कर लेंगे तब तक प्रयास नाकाफी होंगे।