दुद्धी । दुद्धी कचहरी परिसर के पुस्तकालय भवन में आज सिविल बार के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण के लिये भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में एमएलसी ( स्नातक कोटा ) आशुतोष सिन्हा मौजूद रहे तथा विशिष्ट अतिथि कर रूप में सिविल जज जूनियर डिवीजन रणजीत कुमार उपस्थित रहें।

नवनिर्वाचित अध्यक्ष रामेश्वर को पद व गोपनीयता की शपथ मुख्य अतिथि आशुतोष सिन्हा ने दिलाई।इसके उपरांत चुनाव अधिकारी नागेंद्र श्रीवास्तव ने वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्यनारायण यादव , उपाध्यक्ष अरिवंद यादव व रेनुवंती , कनिष्ठ उपाध्यक्ष अजय रतनेंद्र जायसवाल , सचिव महेंद्र जायसवाल को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई।

इसके बाद सहायक चुनाव अधिकारी विष्णु कांत तिवारी ने कोषाध्यक्ष सुभेष मौर्या व सह सचिव प्रशासन जवाहर लाल गुप्ता , सह सचिव प्रकाशन सुनिल कुमार द्विवेदी , सह सचिव लाइब्रेरी राकेश कुमार तिवारी , वरिष्ठ गवर्निंग कौंसिल के नवनिर्वाचित सदस्यों सुखसागर यादव , रामलोचन तिवारी , विश्वनाथ गुप्ता , रामजी पांडेय , संतोष कुमार वर्मा , अवधेश प्रसाद शुक्ला तथा कनिष्ठ गवर्निंग कॉउंसिल के नवनिर्वाचित सदस्य संतोष कुमार ओझा , प्रह्लाद पांडेय , राजेन्द्र , मृत्युंजय पांडेय , संजय कुमार यादव , अभिनाथ यादव को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई ।

शपथ ग्रहण के बाद समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि एमएलसी आशुतोष सिन्हा नेअधिवक्ताओं की मांग व हितों की बात पर कहा कि 4 मार्च को पहली बार जब वह स्वयं बार के पदाधिकारी के रूप में शपथ ले रहे थे तो उन्होंने सरकार से अधिवक्ताओं के मृत्यु होने पर 10 लाख सरकारी सहायता दिए जाने की मांग उठाई थी।वहीं नए अधिवक्ताओं को 5 हज़ार प्रति माह मानदेय तथा अधिवक्ताओं को 5 लाख का बीमा , अधिवक्ताओं को आवास मुहैया कराये जाने की मांग उठाई थी।यह विषय पूरे अधिवक्ता समाज के लिए है।मैं भी एक अधिवक्ता हूं , अधिवक्ताओं का दर्द मुझे पता है।उन्होंने कहा कि वे विपक्ष के विधायक हैं फिर भी अधिवक्ताओं की मांग व आवाज को वे सदन में रखते रहते हैं ।

उन्होंने अधिवक्ताओं से कहा कि यह कोई राजनीतिक मंच नही है , फिर भी मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं कि आगामी विधानसभा चुनाव में यदि हमारी सरकार बनी तो यहाँ अधिवक्ताओं के लिए इससे दुगना बड़ा भवन बनाने का काम करेंगे।जल्द ही डॉ राजेन्द्र प्रसाद की मूर्ति की स्थापना मैं एमएलसी कोटे से करवाऊंगा।इसका प्रस्ताव बनाकर एसोसिएशन उन्हें दे दे।उन्होंने कहा कि बारहों महीने 24 घंटे आपका यह भाई अधिवक्ता हित के लिए खड़ा रहेगा।आपकी दुद्धी को जिला बनाने की मांग जायज मुद्दा है ,सरकार मेरी नहीं है लेकिन मैं आप सब को यह आश्वस्त करता हूँ कि इस मुद्दे को मैं सदन में जरूर उठाऊंगा।