–डॉ संजय निषाद ने अपने कार्यकताओं से की अपील पौवा चाहे किसी का लगाएं पर वोट अपनों को दें
सोनभद्र । विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों के सिलसिले में निकले निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा 0 संजय निषाद एक दिवसीय प्रवास पर आज सोनभद्र में थे जहां उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश ही नहीं भरा बल्कि राजनीतिक शक्ति हासिल कर अपने समाज के उत्थान व तरक्की के लिये कई टिप्स दिए।उन्होंने उपस्थित निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि बिना राजनैतिक शक्ति हाशिल किये कोई भी अपने समाज का उत्थान नहीं कर पाया है इसलिए हम लोगों को एक होकर एक राजनैतिक शक्ति बनना होगा। हमारे देश मे उत्थान पतन की सारी शक्तियां संबिधान में निहित है और संबिधान ने हर व्यक्ति के वोट की कीमत समान तय की है, इसलिये अपने वोट की कीमत समझो और उसे वोट दो जो तुम्हारे समुदाय का उत्थान कर सके।

डा 0 निषाद की पाठशाला में ज्ञान लेने आये कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह व जोश देखा गया । डा 0 निषाद ने अपनी पाठशाला में कार्यकर्ताओं को बताया कि वे पौवा चाहे जिससे लेकर लगाएं लेकिन चुनाव में वोट अपने पार्टी के लोगों को ही दें ।अपनी पाठशाला में कार्यकर्ताओं को पढ़ाते हुए डा 0 संजय निषाद ने यहां तक कहा कि आप अपनी पत्नी को पत्नी नहीं एक वोट मानिए और एक सम्मनित वोटर की तरह उससे भी अच्छे से पेश आइए ।आगामी विधान सभा चुनाव की तैयारी में निकले संजय निषाद ने कहा कि ” हम बीजेपी की सहयोगी पार्टी है तो हैं लेकिन यदि वादे के अनुसार बीजेपी हमारी मांगो को पूरा नहीं करती तो हम 2022 के विधानसभा चुनाव में इसका जबाब अवश्य देंगे।

डॉ संजय ने कहा कि निषाद कोई जाति नहीं अपितु मांझी,केवट,मझवार आदि कई जातियों का एक समुदाय है। अपने राजनीतिक लाभ के उद्देश्य से हमे जातियों में बांटकर प्रदेश में राज्य करने वाली पार्टीयों ने हमें एक नहीं होने दिया परन्तु अब सेनापति संजय निषाद की अगुवाई में पूरा समुदाय एक हो अपने हक की लड़ाई लड़ने को तैयार है।प्रदेश के लगभग 160 विधानसभा सीटों पर हमारी जाति के वोट निर्णायक भूमिका में हैं। हम यदि किसी भी दल को जीत दिला सकते हैं तो निषाद पार्टी हराने की भी क्षमता रखती है । हमारे लोग पहले भी सपा , बसपा व कांग्रेस को हरा कर भाजपा को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है । उनका कहना है कि उन्हें सीट बाद में चाहिए पहले उन्हें आरक्षण चाहिए , जिसका वादा बीजेपी ने खुद किया था । उन्होंने इशारों – इशारों में अल्टीमेटम तक दे डाला कि पंचायत चुनाव में हमारे लोग चुनाव लड़ गए तो भाजपा चौथे नम्बर पर आ गयी

। जनसंख्या नियंत्रण कानून पर निषाद पार्टी के सेनापति का कहना है कि इसी जनसंख्या कंट्रोल करने में इंदिरा गांधी गच्चा खा गई थी इसलिए सोचसमझ कर इस कानून में हाथ डालने की जरूरत है । उनका तर्क है कि गुरु रविन्द्र नाथ टैगोर 14 वीं नम्बर के सन्तान थे , यदि उस समय संख्या नियंत्रण लागू होता तो हमें टैगोर जैसा विद्वान कहाँ से मिलता।