डॉ. प्रीतम पाठक के प्रयास ने काजल की जिन्दगी में भर दी आवाज की रोशनी !
सोनभद्र । कभी काजल के पिता ने सोचा भी न था कि उनकी बेटी एक आम बच्ची की भांति बोल भी सकेगी लेकिन काजल के सफल ऑपरेशन के बाद काजल एक सामान्य लड़की की तरह न सिर्फ बोल रही है बल्कि उसकी दिनचर्या भी सामान्य है। काजल के पिता दिनेश ने बताया कि वह गरीब आदमी है इसलिए वह कभी भी अपनी बच्ची का ऑपरेशन नहीं करा पाता लेकिन आरबीएसके चतरा की टीम, डॉ0 प्रीतम पाठक एवं स्वास्थ्य विभाग की वज़ह से अब उनकी बच्ची काजल भी बोल पायेगी आज स्वास्थ्य विभाग के यह सभी लोग भगवान सरीखे है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 27 जुलाई 2024 दिन शनिवार को आरबीएसके टीम चतरा ( डॉ सुमन, डॉ राकेश, डॉ बृजेश दुबे, एवं सूर्यकांत शुक्ला ) की टीम द्वारा प्राथमिक विद्यालय भरसही का स्वास्थ्य परीक्षण हेतु भ्रमण किया गया स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान उसी विद्यालय मे पढ़ने वाली कक्षा 2 की छात्रा काजल पुत्री दिनेश उम्र 7 वर्ष के लिए बोल पाना बहुत मुश्किल हो रहा था जन्म से ही काजल की जीभ तालू से सटे हुए थे जिससे कि वह बिलकुल भी बोल नही पाती थीं ,
टीम द्वारा बच्चों को जिला अस्पताल रेफर किया गया एवं डॉ प्रीतम पाठक नाक कान गला रोग विशेषज्ञ को दिखाया गया ।
डा.प्रीतम पाठक द्वारा आज इस बच्ची का ऑपरेशन करके एक नई जिंदगी दी गयी , काजल के पिता एवं ग्राम वासियों के द्वारा आरबीएस के टीम, डॉ पाठक एवं स्वास्थ्य विभाग को हृदय से आभार व्यक्त किया गया
नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ0 प्रीतम पाठक ने बताया कि “टंग टाई की समस्या लगभग पांच से 10 प्रतिशत बच्चों में होती है। चिपकी जीभ कुछ बच्चों में जन्म से ही पाई जाती है और इस स्थिति में जीभ का तंतु (फ्रेनुलम) इतना छोटा होता है कि वह जीभ को मुंह के तलवे से बांध देता है। जिसकी वजह से वह ज्यादा ऊपर नहीं उठ पाती। इस कारण जीभ अधिक हिल नहीं पाती। फिलहाल काजल का सफल ऑपरेशन कर दिया गया है, अब वह धीरे-धीरे बोलने लगेगी।”
वहीं काजल के सफल ऑपरेशन के बाद बच्ची के पिता दिनेश ने बताया कि वह गरीब आदमी है इसलिए वह कभी भी अपनी बच्ची का ऑपरेशन नहीं करा पाता लेकिन आरबीएसके चतरा की टीम, डॉ0 प्रीतम पाठक एवं स्वास्थ्य विभाग की वज़ह से अब उनकी बच्ची काजल भी बोल पायेगी।