
सोनभद्र। जिले में आज 3 सीआईएसएफ जवान सहित 24 नए कोरोना मरीज मिले हैं, जिसके बाद इलाके में डर का माहौल है। जिले में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। शनिवार को तीन सीआईएसफ जवानों सहित 24 नए कोरोना मरीज पाए जाने से पूरे जिले में हड़कंप की स्थिति हो गई। स्वास्थ्य महकमे की तरफ से मरीजों को ट्रेस करने के साथ ही उन्हें लक्षण अनुसार अस्पतालों में भर्ती या फिर होम क्वारंटाइन कराए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं, उप जिलाधिकारियों को मरीजों के प्राइमरी और सेकेंडरी कांटेक्ट लिस्ट तैयार कर 24 घंटे के भीतर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही मरीजों वाले क्षेत्र को संक्रमित क्षेत्र घोषित कर उसे सील बंद करने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

पिछले एक सप्ताह से जिले में लगातार कोरोना मरीजों के बढ़ने का सिलसिला जारी है। बृहस्पतिवार और शुक्रवार को जहां 13-13 मरीज पाए गए। वहीं, शनिवार को कोरोना के नए मरीजों की संख्या बढ़कर 24 हो गई। इसमें जिले में अलग-अलग जगहों पर तैनात तीन सीआईसीएफ जवान भी शामिल हैं। वही, एनटीपीसी (NTPC) की शक्तिनगर कॉलोनी में तेजी से कोरोना मरीजों के पाए जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। रेणुकूट स्थित परियोजना कॉलोनी में भी मरीजों की तेजी से वृद्धि दिखने लगी है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी की तरफ से डीएम टीके शिबू को भेजी गई रिपोर्ट में म्योरपुर ब्लाक क्षेत्र में 19, चतरा ब्लॉक क्षेत्र में एक और सदर ब्लाक क्षेत्र में चार मरीजों के पाए जाने की जानकारी दी गई है। बताते चलें कि दूसरी लहर थमने के बाद पिछले छह दिसंबर को जिले में दो मरीजों के पाए जाने से जिले में कोरोना के तीसरी पारी की शुरुआत हुई थी। इसके बाद से दिसंबर माह में जहां तक सप्ताह में एकाध मरीजों के पाए जाने का सिलसिला बना रहा। वहीं नए साल में इसने तेजी से रफ्तार पकड़ ली है और रोजाना नए मरीजों के पाए जाने का सिलसिला शुरू हो गया है।

रोज ही कोरोना के मिलते मरीजो ने प्रशासन के माथे पर बल ला दिया है।कोरोना के बढ़ते मरीजों से जहां एक तरफ प्रशासनिक अमले में बेचैनी देखी जा रही है वही दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव नजदीक होने के नाते राजनीतिक दल के नेताओं के भी माथे पर बल ला दिया है क्योंकि यदि चुनाव के समय कोरोना की लहर आयी तो पांच साल से चैन की नींद सो रहे नेताओं को तो परेशानी का सामना करना ही पड़ेगा क्योंकि नेताओं का फंडा है कि पांच साल चैन की नींद सोना और जब चुनाव का मौसम आता है तो जनता से रूबरू होना।अब जब चुनाव के मौसम में कोरोना होगा तो नेता बेचारा करेगा क्या।
