सोनभद्र। जनपद में पहला ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर बनकर तैयार हो रहा है। जिला मुख्यालय से सटे लोढ़ी गांव में बने ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में लोगों को वाहन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इस ड्राइविंग सेंटर पर जिले में दो और चार पहिया गाड़ियां चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। यहां पर ड्राइविंग प्रशिक्षण केन्द्रों के निर्माण की योजना भी बनाई गई है। दो पहिया वाहन से लेकर चार पहिया वाहनों के लिए ट्रेनिंग के विशेष इंतजाम किए जाएंगे। ट्रेनिंग के बाद यहां पर टेस्टिंग भी करवाई जाएगी।
परिवहन विभाग के एआरटीओ प्रशासन धनवीर यादव ने बताया कि यह नया केंद्र तेज सिंह मोटर ट्रेनिंग प्रशिक्षण स्कूल के नाम पर जाना जाएगा। यह ट्रेनिंग सेंटर एक निजी प्रशिक्षण केंद्र है। यह सेंटर चालकों को ड्राइविंग का प्रशिक्षण देने के साथ ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की जिम्मेदारी भी निभाएगा। इसके लिए आरटीओ की तरफ से इस ट्रेनिंग सेंटर को कुछ छूट दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सरकार की इस पहल से सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने में सहयोग मिलेगा। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत ऐसे ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं। इसमें परिवहन विभाग की तरफ से निजी संस्थाओं को लेटर आफ इंटेंट जारी किया गया है। सोनभद्र के इस पहले केंद्र का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। जल्द ही यहां प्रशिक्षण देने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा।
एआरटीओ ने आगे बताया कि ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर को प्रमाण पत्र जारी करने से पहले सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की तरफ से नियुक्त एक तीसरी कंपनी द्वारा ऑडिट किया जाएगा।
इस बारे में एआरटीओ धनवीर यादव ने बताया कि सेंटर का उद्देश्य ड्राइविंग स्किल में सुधार करना है। पूरी तरह से सेंटर आधुनिक व हाईटेक बनेंगे। इसमें सभी प्रकार के वाहनों की ट्रेनिंग नंबर प्लेट, यातायात नियम, पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए फिजिकल के साथ ट्रेनिंग दी जाएगी।