चक्रवाती तूफान सितरंग के बांग्लादेश के तट से टकरा के बाद तूफान कई जगह तबाही लेकर आया। कुछ हिस्सों में मकान क्षतिग्रस्त हो गए तो वहीं पेड़ों के गिरने से एक परिवार के तीन सदस्यों सहित कम से कम सात लोगों की जान चली गई है।
ढाका । बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान ‘सितरंग’ सोमवार सुबह बांग्लादेश के तट से टकरा गया। तट से टकराने के बाद तूफान कई जगह तबाही लेकर आया। कुछ हिस्सों में मकान क्षतिग्रस्त हो गए तो वहीं पेड़ों के गिरने से एक परिवार के तीन सदस्यों सहित कम से कम सात लोगों की जान चली गई है। अधिकारियों ने इस बीच हजारों लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाया है।

मरने वालों की संख्या में हो सकता है इजाफा
स्थानीय मीडिया के अनुसार मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। आपदा मंत्रालय के नियंत्रण कक्ष के प्रवक्ता ने बताया कि बरगुना, नरैल, सिराजगंज जिलों और भोला के द्वीप जिले तूफान सितरंग से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। वहीं, कॉक्स बाजार तट से हजारों लोगों और पशुओं को निकाला गया है।

28 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार कॉक्स बाजार तट से कम से कम 28,155 लोगों और 2,736 मवेशियों को निकाला गया है और सोमवार शाम 6 बजे तक चक्रवात आश्रयों में स्थानांतरित कर दिया गया है। जबकि 576 आश्रयों को तैयार किया गया है क्योंकि चक्रवात सितरंग बांग्लादेश की ओर बढ़ रहा था।
पश्चिम बंगाल में हो रही तेज बारिश

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तूफान सितरंग तेज रफ्तार से उत्तर पूर्व दिशा की ओर बढ़ रहा है। गहरे दबाव बनने के चलते पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर के तटीय जिलों में तेज बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग ने भी अगले 24 घंटों के दौरान त्रिपुरा, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, असम, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है। वहीं मछुआरों को आज समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
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बंगाल की सीएम ममता ने लोगों से की अपील
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को चक्रवात सितरंग के चलते लोगों से खास अपील की। उन्होंने लोगों से बेवजह घर से बाहर न निकलने की सलाह दी है। सीएम ने कहा कि जब तक कि चक्रवात का प्रभाव खत्म नहीं हो जाता, लोग घर से बाहर न निकलें। ममता ने बताया कि चक्रवात से खासकर सुंदरवन व इसके आसपास के तटवर्ती इलाकों के प्रभावित होने की आशंका है।