जून में शनिदेव के वक्री होने के बाद अब गुरु भी वक्री हो रहे हैं। गुरु जुलाई में वक्री हो रहे हैं। 13 अप्रैल को गुरु ने अपनी खुद की राशि मीन में गोचर कर रहे हैं। अब ये पूरे साल मीन राशि में ही मौजूद रहेंगे। फिर इसके बाद गुरु 29 जुलाई 2022 को मीन राशि में वक्री हो जाएंगे। साल के आखिर में यानी 24 नवंबर को बृहस्पति दोबारा से मार्गी होंगे। धन, संपन्नता, आदि के कारक गुरु के विपरीत चाल चलने पर ग्रहों पर क्या प्रभाव पड़ेगा यहां जानें
उषा वैष्णवी
सोनभद्र । गुरु के वक्री होने से वृषभ राशि, मिथुन राशि और कर्क राशि वालों को धन के मामले में लाभ होगा। इसके अलावा गुरु के वक्री होने से कुंभ राशि के लोगों का बिजनेस उन्हें फायदा देगा। इसलिए इस राशि को लोगों को निवेश ध्यान से करने की जरूरत है।
विशेष – इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।