गाजियाबाद। घटना दिल्ली मेरठ रोड की है ,कोई बस चालक गाय को टक्कर मार के चला गया था। गाय सड़क पर काफ़ी देर से तड़प रही थी , समाजसेवी विकास मोदीनगर से गाजियाबाद की तरफ जा रहें थे तो मुरादनगर गंगनहर के पास सड़क पर पीड़ा में छटपटाती एक गाय को देखकर रुक गए। पता करने पर मालूम हुआ कि लगभग 2 घंटे से य़ह गाय यही पर पड़ी है जो चोट लगने के कारण उठने में असमर्थ है।

विकास ने सबसे दर्द से छटपटाती गाय को पहले पानी पिलाने की कोशिश की गाय पानी पीने की स्तिथि में नहीं थी, य़ह देख पास के खड़े कुछ लोगों को विकास ने आवाज दी तो दो-तीन लोग वहां आ गए । इन लोगों की मदद से गाय का मुंह खोलकर पानी पिलाया गया। पानी पिलाने के बाद कुछ देर तक गाय की मालिश की,मालिश करने के 20 मिनट बाद गाय खड़ी हुई और थोड़ा लंगडाते हुए चलने लगी।

विकास ने बताया बेजुबानो के अंदर मे भी जान होती है,हमे उनकी सुरक्षा,देखबाल करनी ही नहीं चाहिए बल्कि य़ह हमारा कर्तव्य भी है। विकास ने बताया वह गाय जो लगभग दो घंटे से वहीं पीड़ा से कराह रहीं थी अगर वहां के स्थानीय लोग आकर उसकी मदद करते तो इतनी देर उसे पीड़ा से गुजरना नहीं पड़ता। अगर कहीं भी ऐसा कुछ आप देखते हैं तो मदद को आगे आए न कि भीड़ का हिस्सा बन खड़े देखते रहे।
विकास एक समाज सेवी हैं जो विगत 5 वर्षो से निरंतर समाज सेवा के क्षेत्र मे कार्य कर रहे हैं
विकास के कार्यो की सभी लोग खूब प्रशंसा करते हैं।
