एनएचएम के महाप्रबंधक ने जिला अस्पताल का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सुविधाओं की जानी हकीकत
लखनऊ से आयी नेशनल हेल्थ मिशन की तीन सदस्यी टीम ने बीते गुरुवार को जिला अस्पताल का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं और मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं का हाल जाना। जिला अस्पताल में निरीक्षण के दौरान टीम को कई खामियां भी मिली, जिस पर नाराजगी जताते हुए संबंधितों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। जिले में संचालित हो रही एनएचएम की योजनाओं और उनकी भौतिक स्थिति की समीक्षा को लेकर सीएमओ कार्यालय में देर शाम तक बैठक चलती रही। एनएचएम के यूपी के महाप्रबंधक डॉ0 लक्ष्मण सिंह की अगुवाई में सोनभद्र पहुंची तीन सदस्यी टीम जिला कार्यक्रम प्रबंधक रिपुंजय श्रीवास्तव को साथ लेकर सबसे पहले जिला अस्पताल पहुंची। जिला अस्पताल में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनहित में संचालित सेवाओं और दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी लेने के बाद जिला अस्पताल में मरीजों के उपचार, एनआरसी सेंटर, प्रसव रूप, टीकाकरण केंद्र व उपचार कक्षों की स्थिति जांची।
एनआरसी सेंटर में बच्चों की आहार तालिका न मिलने पर नाराजगी जताते हुए उसे तत्काल दुरूस्त करने का निर्देश दिया। टीकाकरण कक्ष में भी सूचनाओं के अंकन आदि को लेकर खामी मिली, जिसको तत्काल रजिस्टर लेकर सूचीबद्ध करने और अभिलेखों के सही रख-रखाव का निर्देश दिए गए। इस दौरान टीकाकरण के लिए शिशुओं को लेकर पहुंची महिलाओं को छह माह तक बच्चों को सिर्फ स्तनपान कराने और उनके देखभाल को लेकर अन्य जरूरी हिदायत दी गई। जांच के दौरान अभिलेखों के रख-रखाव के साथ ही अन्य खामियां भी पाई गई, जिसको तत्काल दुरूस्त करने के निर्देश भी दिए गए।
अस्पताल परिसर में जन औषधि केंद्र का सही तरीके से संचालन न किए जाने, उपचार के लिए आने वाले मरीजों से कथित उगाही, सही व्यवहार न किए जाने को लेकर भी टीम से कुछ लोगों ने शिकायत की। टीम की अगुवाई कर रहे महाप्रन्धक डॉ0 लक्ष्मण सिंह ने बताया कि जो भी खामियां पाई गई हैं, उसे दुरूस्त करने के निर्देश दे दिए गए हैं। पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहां किस तरह की सुविधा का जरूरत है, कहां और बेहतर काम और सुविधाओं का विस्तार किया जाना चाहिए, इस मसले पर संबंधितों को जरूरी निर्देश दिए जाएंगे। कहां किस तरह की खामियां और कहां कार्रवाई की जरूरत है, इसके बारे में जानकारी, दौरा पूरा होने के बाद ही दे पाना संभव होगा। फिलहाल मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में टीम ने शाम चार बजे से देर शाम तक मैराथन समीक्षा बैठक कर संम्बंधितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।