लीडर विशेषसोनभद्र

उपजिलाधिकारी ओबरा की कार्यप्रणाली से सरकार की छवि को लग रहा गहरा आघात-धर्मवीर तिवारी

भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी ने प्रेस को जारी बयान में आरोप लगाते हुए कहा है कि ओबरा एसडीएम का व्यवहार तानाशाह के तरीके का है आखिर किसके संरक्षण में वह ऐसा कर रहे ? भ्रष्ट अधिकारियों के संरक्षण दाता चिन्हित होने चाहिए।

सोनभद्र । कुछ ट्रक मालिकों ने जिलाधिकारी को उपजिलाधिकारी ओबरा द्वारा उन्हें प्रताड़ित कर वसूली करने सम्बंधित शिकायती पत्र लिखकर सनसनी फैला दी है। उक्त शिकायती पत्र के मुताबिक बीते 16 मई को उपजिलाधिकारी ओबरा द्वारा खनिज संपदा लेकर परिवहन कर रहे वाहनों की जांच करने के दौरान बिना परमिट के परिवहन कर रही ट्रकों को पकड़ कर उन्हें थाने में खड़ा कर दिया गया उसके बाद जब उक्त ट्रकों के मालिकों ने उपजिलाधिकारी से ट्रकों को छोड़ने का अनुरोध किया तो एसडीएम ने एक निश्चित रकम के बदले उनकी ट्रकों को छोड़ने की बात कही और जब उन लोगों ने उक्त रकम अदा की तो उनकी ट्रकों को छोड़ दिया गया।

पूर्व जिलाध्यक्ष ने प्रेस को जारी बयान में कहा है कि उपजिलाधिकारी के ऊपर वाहन स्वामियों द्वारा लगाया गया आरोप बेहद गंभीर व शर्मनाक है इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही हो सके।आगे उन्होंने कहा कि ओबरा एसडीएम पर जिस तरह से वाहन स्वामियों ने भ्रष्टाचार व प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है वह बेहद गंभीर है । पूर्व जिलाध्यक्ष ने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है जबकि ओबरा एसडीएम के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है, उन्होंने कहा कि इसके पहले भी घोरावल में रहते हुए इनपर कुछ इसी तरह के आरोप लग चुके हैं जिसमे बीजेपी के मंडल अध्यक्ष ने स्वंम आरोप लगाया था । लेकिन ओबरा में जिस तरह से जबरदस्ती वाहन स्वामियों को परेशान किया जा रहा है और उनसे वसूली की जा रही है यह सरकार को बदनाम करने की कोशिश है जो गलत व शर्मनाक है ।
उन्होंने आगे कहा कि वाहन स्वामियों द्वारा शिकायत के बाद एडीएम द्वारा आरोप लगाने वाले वाहन स्वामियों को पत्र लिखकर बयान देने के लिए अपने कार्यालय में बुलाया गया है । लेकिन बताया जा रहा है कि वाहन स्वामियों को डराया व परेशान किया जा रहा है जिससे वाहन स्वामी काफी डरे व सहमे हैं ऐसे में वह इस तरह के दबंग किस्म के अधिकारी के खिलाफ कब तक खड़े रह पाएंगे यह तो आने वाले समय मे ही पता चल पाएगा।

धर्मवीर तिवारी ने कहा कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और वाहन स्वामियों को सुरक्षा भी प्रदान की जानी चाहिए ताकि सही तथ्य सामने आ सके । आगे उन्होंने कहा कि जब से मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ जी ने उत्तरप्रदेश सरकार की कमान संभाली है तभी से वह भ्र्ष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य करते हुए प्रदेश की जनता के हित में फैसले ले रहे हैं।परन्तु कुछ अधिकारियों/कर्मचारियों की कार्यप्रणाली से सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति को गहरा आघात लग रहा है।कुछ इसी तरह की कार्यप्रणाली सोनभद्र में तैनात उपजिलाधिकारी की भी सामने आ रही है जो लगातार अपने कारनामों से चर्चा में रहते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!